पंजाब/यूटर्न/11 अगस्त: अक्सर लोग कब्र पर दुआ मांगने जाते हैं, लेकिन पंजाब में एक कब्र ऐसी है जिस पर लोग जूते-चप्पल मारते हैं। जिस शखस की ये कब्र है उसे लोग सालों से उसके बुरे कर्मों की सजा दे रहे हैं। यह कब्र हर कुछ साल में टूट जाती है, लोग फिर इसे बना देते हैं और जूते-चप्पल मारने का ये सिलसिला वर्षों से जारी है। दरअसल, ये कब्र पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब गुरुद्वारे के पास है। बताया जाता है कि ये कब्र मुगलों के जासूस नूरदीन की है, जिसने श्री गुरु गोबिंद सिंह जी को जान से मारने की कोशिश की थी। लेकिन इस हमले में गुरु साहिब तो बच गए लेकिन उन्होंने अपने बचाव में किए वार से नूरदीन को मार गिराया था।
साल में एक बार लगता है मेला
पंजाबी साहित्य के जानकारों के मुताबिक नूरदीन की कब्र श्री दरबार साहिब के पास है, यहां साल में एक बार मेला लगता है और बड़ी संखया में सिख श्रद्धालुओं यहां दरबार साहिब के दर्शन के लिए आते हैं। इसी दौरान लोग श्रद्धालु कब्र पर भी जाते हैं और उसे जूते-चप्पल मारते हैं। ऐसी मान्यता है कि आज भी नूरदीन को उसके पापों की सजा दी जा रही है।
भेष बदल कर गुरु साहिब के साथ रह रहा था नूरदीन
स्थानीय लोगों के अनुसार मुगलों के कहने पर ही नूरदीन श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के साथ भेष बदल कर रहता था। एक दिन सुबह-सुबह जब कोई नहीं था और गुरु साहिब सैर कर रहे थे तो उसने उन पर हमला बोल दिया। लेकिन इससे पहले की नूरदीन अपनी मंशा पर कामयाब हो पाता गुरु साहिब ने उसे मार गिराया। जिसके बाद नूरदीन को वहीं दफना दिया गया। तभी से लोग नूरदीन को उसके पापों की सजा के प्रतीक के रूप में उसकी कब्र पर जूते-चप्पल मारते हैं।
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