मकान मालिक की पत्नी छोड़कर चली गई थी विदेश, बाकी परिजन भी रहते हैं वही
चंडीगढ़ 8 अगस्त। यहां सैक्टर 20-ए स्थित कोठी नंबर 271 में रहने वाले बीमारी पिता और अपाहिज बेटे ने आत्महत्या कर ली। दोनों ने कोई जहरीला पदार्थ निगला और उनके शव बिस्तर पर पड़े मिले। हालांकि उन्होंने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा, इसलिए आत्महत्या की सही वजह फिलहाल तक पता नहीं चल सकी।
पुलिस के मुताबिक मरने वाले सुरेंद्र सिंह और उनके बेटे हरमनप्रीत थे। सुरेंद्र सिंह लंबे समय से बीमार थे और चंडीगढ़ पीजीआई में उनका इलाज चल रहा था। जबकि उनका बेटा हरमनप्रीत करीब 10-12 साल से बीमारी के चलते व्हील चेयर पर था। उसका इलाज भी पीजीआई में ही चल रहा था। इन्होंने अपने मकान में ऊपर के दो फ्लोर किराए पर दिए हुए थे। जिनमें पीजी चलाते थे। उसकी कमाई से ही उनका खर्च चलता था।
बताते हैं कि पुलिस कंट्रोल रुम में किसी ने पिता-पुत्र द्वारा आत्महत्या करने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने पिता पुत्र के शवों को सैक्टर-16 अस्पताल में पहुंचाया। दोनों के शवों को मोर्चरी में रखा दिया गया। मौके पर अभी तक कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला। बताते हैं कि वीरवार सुबह जब दोनों पिता पुत्र घर से बाहर नहीं निकले तो लोगों को शक हुआ। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी।
परिजनों से संपर्क का प्रायस : पुलिस मृतक पिता-पुत्र के परिवार से संपर्क करने की कोशिश कर रही थी। दोनों मकान में अकेले रहते थे, लिहाजा देश-विदेश में उनके रिश्तेदारों का पता नहीं चल पा रहा। पुलिस को मृतकों के कमरे से मोबाइल फोन मिले हैं। साइबर एक्सपर्ट की मदद से मोबाइल फोन की लास्ट कॉल डिटेल और फोन में सेव नंबरों की जांच की जा रही है। उसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।
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