डेडेराबस्सी 04 Aug: विश्व प्रसिद्ध भजन सम्राट कन्हैया मित्तल चंडीगढ़ से अग्रोहा की 278 किलोमीटर की पैदल यात्रा पर हैं। हारे का सहारा फाउंडेशन चंडीगढ़ की ओर से आयोजित इस पदयात्रा दौरान अपने समर्थकों के साथ श्री राम तलाई पर कन्हैया मित्तल नतमस्तक हुए। यहां श्री हनुमान सेवा संघ द्वारा आयोजित समारोह में कन्हैया मित्तल ने अपने भजनों से संगत को खूब निहाल किया।
उन्होंने अपनी मधुर वाणी में कई भजन गाए। सैंकड़ों की संख्या में पहुंची श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ में समर्थकों सहित संगत में नीचे बैठ हाजिरी लगाई।
कन्हैया मित्तल ने नशों के खिलाफ सारे समाज को एकजुट होने की अपील की। चालीसा में ‘नासै रोग हरै सब पीरा, जपत निरंतर हनुमत बीरा’ की प्रसंग सहित व्याख्या में कन्हैया ने कहा कि प्रभु नशों से लगने वाले रोगों का नाश व सबकी पीड़ा हरते हैं। इसलिए नशों से दूर रहने की सख्त जरूरत है। नशा करना ही है तो यह कीजिए कि पंजाब और उसके समाज को बेहतर कैसे बनाया जाए? नशे की लत से जूझ रहे किसी नशेड़ी का नशा कैसे छुड़ाया जाए? जैसा कि गुरबाणी में कहा गया है ‘नाम खुमारी नानका, चढ़ी रहे दिन रात’। वैसे ही भक्ति भाव में विलीन रहकर व्यक्तित्व सुधार के लिए प्रभु का ऐसा नशा कीजिए जो ताउम्र सोच पर हावी रहे। इस प्रोग्राम में महिला पुरुष श्रद्धालुओं एक साथ तालियां बजाते हुए भक्ति रस में डूबे पाए गए।
: श्रद्धालुओं के बीच भजन सुना संगत को निहाल किया कन्हैया मित्तल