Ludhiana 03 Aug : श्री सिद्ध पीठ श्री दण्डी स्वामी मन्दिर में चल रही श्री राम कथा में वृन्दावन से पधारे परम श्रद्धेय श्री गौरदास जी महाराज ने आज बताया कि पुराणों में वर्णन है कि पार्वती जी ने भोले बाबा को प्राप्त करने हेतु 107 जन्म तक तपस्या की प्राप्त नही हुए 108 के जन्म में तपस्या के पश्चात शंकर भगवान ने दर्शन दिए आगे महाराज जी ने बताया कि गृहस्थ धर्म का पालन करते हुए भक्ति करके नाम का स्मरण करते इसी जन्म में हमें भगवान को तो पाना ही है। साथ ही साथ हम सबको सनातन धर्म का प्रचार भी करना है जैसे दंडी स्वामी जी ने स्वयं भक्ति भजन तो किया ही साथ ही साथ भक्ति सत्संग का ऐसा पेड़ लुधियाना मे लगा गए जिसकी छाया में आज पिछले 73 वर्षों से कीर्तन, सत्संग सेवा गऊ सेवा स्कूल सेवा लंगर सेवा निरन्तर चल रही है कितने सारे परिवार एवं युवा शक्ति, भक्ति एवं सेवा में निरंतर लगे हुए है।महाराज जी ने बताया कि इस व्यवस्या को कोमल जी ने आगे बढ़ाया और आजकल पं. राज कुमार शर्मा जी के सानिध्य में 74 ने वर्ष भी भजन, कीर्तन कथा आदि की सेवा प्रेम भाव से बडे, जोश खरोश के साथ चल रही है और प्रभु एवं दंडी स्वामी जी से प्रार्थना है कि आगे भी ये निरंतर चलती रहे।श्री राज कुमार शर्मा जी ने कहा कि यह कथा 4 अगस्त तक होगी।उसके बाद 5 अगस्त से 3 सितंबर तक महामंत्र जाप संकीर्तन होगा।
श्री दंडी स्वामी मंदिर में श्री राम कथा का विश्राम ,5 अगस्त से 3 सितंबर तक महामंत्र जाप संकीर्तन
Janhetaishi
👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं