स्वास्थ्य मंत्री पहुंचे लुधियाना, डीसी व सेहत विभाग के अधिकारियों से की मीटिंग, कहा सेहत संबंधी करे अवेयरनेस

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

लुधियाना 31 जुलाई। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह बुधवार को लुधियाना दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उनकी और से सीएमसी अस्पताल के प्रबंधकों के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने बचत भवन में डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी और सिविल सर्जन डा. जसबीर सिंह से के साथ बैठक की। बैठक में शहर के सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। बैठक में जल जनित बीमारियों के बारे में चर्चा की। सेहत मंत्री बलबीर सिंह ने डेंगू जागरूकता का पोस्टर भी जारी किया। उन्होंने कहा कि लोगों को लगातार जागरूक किया जाए ताकि लोग मानसून में फैलने वाली बीमारियों से बच सके। लोगों को समझाया जाए कि घरों में कूलरों, पौधों और टायरों इत्यादी में बरसाती पानी जमा न होने दे। अधिकारियों से विशेष तौर पर कहा गया है कि टीमें बनाकर शहर में निरिक्षण किया जाए। मंत्री बलबीर ने कहा कि यह बीमारी मानसून के मौसम में ज्यादा फैलती है। जल जनित बीमारियां बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी जैसे सूक्ष्मजीवों से दूषित पानी के संपर्क में आने या उसके सेवन से होती हैं। ये बीमारियां दूषित पानी पीने, दूषित पानी में तैरने या दूषित पानी से धुले भोजन को खाने से व्यक्ति को अपना शिकार बनाती हैं। जल जनित बीमारियों के उदाहरणों में हैजा, टाइफाइड, जिआर्डियासिस और हेपेटाइटिस ए आदि शामिल हैं।

अधिकारियों के पास हर महत्वपूर्ण सूचना होना जरुरी
डा. बलबीर ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी के पास हॉटस्पॉट, नमूनों और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं का पूरा विवरण आसानी से उपलब्ध होना चाहिए। उन्होंने डायरिया, हैजा, हेपेटाइटिस-ए जैसी जल जनित बीमारियों और मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण कैसे करना है, इस पर भी चर्चा की। बैठक में साहनेवाल के विधायक हरदीप सिंह मुंडिया भी शामिल हुए। मंत्री बलबीर ने निर्देश दिया कि प्रकोप की स्थिति में नगर निगम, नगर परिषदों और अन्य संबंधित एजेंसियों को सबसे पहले पानी के दूषित होने के कारणों की पहचान करनी चाहिए और उन्हें ठीक करना चाहिए। जब ​​तक पानी ठीक नहीं हो जाता, तब तक आम जनता को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जाना चाहिए, ताकि मामलों को और बढ़ने से रोका जा सके।

लार्गा की पहचान कर बढ़ने से रोके लोग

डॉ. बलबीर सिंह ने लोगों को लार्वा की पहचान करने और अपने घरों में पानी के कंटेनरों की रोजाना जांच करने के बारे में शिक्षित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान के महत्व पर भी जोर दिया। डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि स्थिति की रोजाना केसों की निगरानी की जा रही है और सभी विभाग शाम को पानी के नमूने की रिपोर्ट उन्हें सौंप रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां रिपोर्ट असंतोषजनक पाई जाती है।