नगर कौंसिल के अधिकारी मास्टर प्लान लागू करवाने में नाकाम
जीरकपुर 29 July : योजनाबद्ध तरीके से विकसित करने के उद्देश्य से पंजाब सरकार द्वारा मास्टर प्लान तैयार किया गया था मास्टर प्लान के अनुसार सड़कों की चढ़ाई निर्धारित की गई थी ताकि भविष्य में शहर की आबादी बढ़ने से क्षेत्र में ट्रैफिक समस्या अथवा पार्किंग की समस्या पैदा ना हो सके इसके बावजूद शहर के बिल्डर बिल्डरों द्वारा मास्टर प्लान को अपने तरीके से तोड़ मरोड़ कर अपने प्रोजेक्ट बना रहे हैं तथा नगर कौंसिल के अधिकारी इस मास्टर प्लान को लागू करवाने में बुरी तरह से फेल साबित हो रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला जीरकपुर के वीआईपी रोड पर देखने को मिल रहा है जहां पर मास्टर प्लान के अनुसार तो सड़क की चौड़ाई आर4 (25 मीटर, करीब 85 फुट) दिखाई गई है जब कि वी आई पी रोड़ पर बिल्डरों द्वारा सड़कों की पूरी चौड़ाई ना छोड़कर सड़क तक चादर लगा दी गई है जिसके कारण वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है सुबह ड्यूटी के समय तथा शाम के समय ट्रैफिक के हालात और भी बदतर हो जाते हैं। वी आई पी रोड़ पर स्थित सोसाइटियों के निवासियों ने ने डिप्टी कमिश्नर मोहाली से मांग की है के जिला मोहाली के डिप्टी कमिश्नर होने के साथ-साथ जीरकपुर शहर के प्रशंसक भी है इसलिए वह जीरकपुर नगर कौंसिल के अधिकारियों को मास्टर प्लान के अनुसार छोड़ी गई सड़कों को बचाने के निर्देश जारी करें। जानकारी के अनुसार जीरकपुर की वी आई पी रोड पर तथा जीरकपुर अंबाला सड़क पर मेट्रो स्टोर के नजदीक से शुरू होने वाली इस सड़क की चौड़ाई जीरकपुर पटियाला सड़क पर स्थित गुरुद्वारा नाभा साहिब तक 25 मीटर है। इस सड़क की चौड़ाई इस सड़क पर बनने वाली सोसाइटियों की संख्या को ध्यान में रखकर छोड़ी गई थी लेकिन इस दौरान कई बिल्डरों ने सारे नियमों की तक पर मास्टर प्लान की परवाह नहीं की तथा सड़क की चौड़ाई पूरी छोड़े बिना ही अपने प्रोजेक्ट बना लिए तथा नगर कौंसिल के मौके के अधिकारी आंखें बंद कर बैठे रहे। वी आई पी रोड़ पर या तो बिल्डरों द्वारा पूरी चौड़ाई नहीं छोड़ी गई या फिर सड़क की चौड़ाई छोड़कर सड़क पर ही अपने जनरेटर तथा अन्य सामान रख लिया यहां पर ही बस नहीं है इस सड़क पर बनी माया गार्डन सोसायटी के आगे जमीन खाली पड़ी थी और लोगों को उम्मीद थी के जब इस जमीन पर कोई प्रोजेक्ट बनेगा तो उसे द्वारा सड़क की चौड़ाई 25 मी छोड़ी जाएगी लेकिन इस स्थान पर बनने वाले प्रोजेक्ट के बिल्डर द्वारा अब सड़क की पूरी चौड़ाई नहीं छोड़ी गई है और ना ही मास्टर प्लान के अनुसार सड़क को सिद्ध किया गया है जिसके कारण करीब 20 मीटर में ही दो मोड होने के कारण तथा सड़क की चौड़ाई पूरी न होने के कारण यहां पर ट्रैफिक जाम ही रहता है।
कोट्स ::::
मास्टर प्लान लागू होने से पहले बनी हुई इमारत के कारण हो सकता है कि वी आई पी रोड पर मास्टर प्लान के अनुसार सड़क की चौड़ाई पूरी ना हो सके। लेकिन अब जिस भी बिल्डर का प्रोजेक्ट पास किया जाएगा, उससे मास्टर प्लान के अनुसार सड़क की चौड़ाई को पूरा छुड़वाया जाएगा। जिन बिल्डरों द्वारा बिल्कुल सड़क तक अपने फ्लेक्स लगाए हुए हैं, उनको भी पीछे करवाया जाएगा।
अशोक पथरिया, कार्यकारी अधिकारी नगर कौंसिल जीरकपुर।