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भ्रष्टाचारियों के भूसा भर दिया जाएगा: असीम अरूण 

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भ्रष्टाचारियों के भूसा भर दिया जाएगा: असीम अरूण

जितने दिन शरीर पर खाकी पहनी उतने दिन अपराध और अपराधियों पर कहर बन कर टूटे और जिस दिन से खादी पहनी उस दिन से लोकसेवा में नित्य नये कीर्तिमान बना रहे हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं पूर्व आईपीएस अधिकारी और योगी सरकार में स्वतंत्र प्रभार रज्यमंत्री असीम अरूण की। असीम अरूण लखनउ के इंदिरा गांधी प्रतिष्टान में कामन सर्विस सेंटर सीएससी के 15 वर्ष पूरे होने की खुशी में आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। यही उन्होंने यूटर्न सवांददाता शबी हैदर से बात की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश

 

प्र. आप का स्वागत है, कुछ कार्यक्रम के बारे में बताईये?

उ. आज हम सब का सौभाग्य है कि कि ईगर्वनेंस के लिए पीएम मोदी ने जो पहल की थी उसका बहुत बड़ा रूप हमारे सामने हैं। आज स्थापना दिवस हमारा सीएससी कारपोरेशन मना रहा है। मुझको इसमें प्रतिभाग करने का मौका मिला। तमाम योजनाएं इसके तहत आ चुकी है और आने वाले समय में जो छोटे बच्चों की​ शिक्षा है, प्ले ग्रुप, आंगनबाड़ी जैसी व्यवस्था उसको लाया जा रहा है। लोग कानूनी सलाह घर बैठे ले सकते हैं वह भी फ्री में उसको भी लाया जा चुका है। हमारी बहुत सारी ऐसी बहुत सेवाएं इस बड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को प्रयोग करके भविष्य में आने वाली है। पिछले 15 वर्ष की यात्रा बहुत बढ़िया रहीं बहुत अच्छा परिणाम मिला। हम घर—घर तक पहुंच पाये हैं।

 

प्र. यह सीएससी क्या है?

उ. आज लोगों का इन्ट्रेक्शन वार्तालाप करने का तरीका बिल्कुल बदल चुका है। आज लगभग कही भी लाइन लगाने की जरूरत नहीं है। आज सभी लोग अपना काम या तो अपने मोबाइल से कर लेते हैं या फिर सीएससी प्लेटफार्म के जरिये कर लेते है। सीएससी का मतलब कामन सर्विस सेंटर है। यूपी में बड़ी संख्या में सीएससी को खोला जा चुका है। और बड़ी संख्या में खोला जाना बाकी है। आज की तारीख में दर्जनों छोटे बड़े काम इन सेंटर्स के जरिये किये जा सकते हैं। सिर्फ महानगरो में ही क्यों, देश में डिजिटल गैप को कम करने और गांव कस्बों के लोगों तक डिजिटल प्लेटफार्म मुहैया कराने की कोशिश के तौर पर इनकी शुरूआत हुई थी जो कि अब वट वृक्ष का रूप ले चुकी है।

 

प्र. क्या—क्या सुविधाएं है इन सीएससी सेंटर्स पर?

उ. आधार कार्ड बनवाना, कैरेक्टर सार्टिफिकेट जैसे रोजमर्रा की जरूरतों को ध्यान में रख कर इन सेंटर्स को खोला गया था जोकि अब डिजिटल क्विज, 3 वर्ष से 6 आयु वर्ष के बच्चों की एजूकेशन, मुफ्त में कानूनी सलाह आदि जैसी बड़ी सेवाओं को पूरा करने का एक डिजिटल माध्यम बन चुका है।

 

प्र. सर, हाल की घटनओं को देखे तो पुलिस पर गंभीर आरोप लग रहे हैं?

उ. आप सही कह रहे हैं, कुछ भ्रष्टाचारी अधिकारी भ्रष्टाचार पर जारी जीरो टारलेंस नीति में अपने क्रिया क्लापों से बटटा लगाना चाहते हैं जोकि होने नहीं दिया जाएगा। भ्रष्टाचार को अमूल चूल नष्ट करने के लिए चाहे कोई भी विभाग हो उसकी जवाबदेही तय होगी। जहंा तक पुलिस महकमे पर लग रहे आरोपो की बात है तो पुलिस विभाग और आरटीओ विभाग पर लगातार कार्रवाई जारी है। समाज कल्याण विभाग में मैने खुद कार्रवाई की है। जिस प्रकार माफियाओं पर बुल्डोजर की कार्रवाई हुई है उसी प्रकार भ्रष्टाचारियों के भूसा भर दिया जाएगा।

 

प्र. आप ने खाकी उतार कर खादी पहनी अब तक का सफर कैसा रहा?

उ. 8 जनवरी को मैने निर्णय लिया था कि पुलिस से सेवानिर्वत होकर लोकसेवा में जाउंगा। पुलिस की नौकरी यह यह एक यात्रा रही नदी पार करने जैसी। मेरी छोटी सी नाव सभी के सहयोग से नदी पार कर पाई अब दूसरे तट पर है। समाज कल्याण विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग की कमान मेरे हाथो में हैं।

 

प्र. लोकसेवा में अ​बतक की सेवा को कैसे देखते हैं आप?

उ. इसका उत्तर तो आप देंगे, जनता देगी कि मेरा लोकसेवक के तौर पर कार्य कैसा? रहा? जहां तक मेरी बात है तो मैने पहले दिन से ही एक सूत्र वाक्य अपनाया और वह यह है कि किसी भी अपात्र व्यक्ति तक योजना का लाभ न पहुंचे पाये और कोई भी पात्र व्यक्ति समाज कल्याण की किसी भी योजना से छुट न जाये।

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