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लुधियाना गुरुघर की अकालगढ़ मार्किट में चल रहा D का कारोबार

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शरणार्थियों को बसेरे के लिए दी थी गुरुद्वारा अकालगढ़ की जगह,  मालमौकापरस्तों ने धार्मिक स्थल की मार्किट को बना डाला अवैध कारोबार का अड्डा

लुधियाना 25 जुलाई। लुधियाना में डी कंपनी यानि की ब्रांडेड कंपनियों का लोगो लगाकर डुप्लीकेट माल धड़ल्ले से तैयार किया जा रहा है। लेकिन प्रशासन व कंपनियों के एजेंट इस पर रोक नहीं लगा पा रहे। वहीं बता दें कि लुधियाना की प्रसिद्ध रेडीमेंड कपड़े की अकालगढ़ मार्केट में धड़ल्ले से सभी दुकानों पर ब्रांडेड कंपनियों का लोगो लगाकर तैयार किया डुप्लीकेट माल बेचा जा रहा है। एक तो पहले से अकालगढ़ मार्केट इललीगल है और दूसरी तरफ वहां इललीगल तरीके से कपड़ा भी बेचकर लोगों से ठगी का जा रही है। जानकारी देते हुए लुधियाना सिटीजन काउंसिल के चेयरमैन दर्शन अरोड़ा और आज्ञापाल सिंह ने बताया कि अकालगढ़ मार्केट पहले गुरुद्वारा अकालगढ़ साहिब की ही जगह थी। इस जगह पर दूसरी स्टेटों से उजड़कर आए शरणार्थियों को बसेरे के लिए रहने को जगह दी गई थी। लेकिन बाद में उन्होंने अपनी दुकानें खोल ली। लेकिन बाद में कुछ भ्रष्ट ट्रस्टियों ने गुरुद्वारा साहिब की ही जगह लाखों करोड़ों में बेच डाली और दुकानें बना दी। जिसके चलते आज गुरुद्वारा साहिब के पास कुछ ही जगह बची है। लेकिन बता दें कि एक तो पहले से धार्मिक स्थल की जगह और ऊपर से वहां भी अवैध काम होना, यह सरासर गलत है।

 

मार्केट में रोजाना लाखों का जाली माल हो रहा सप्लाई

लुधियाना सिटीजन काउंसिल के चेयरमैन दर्शन अरोड़ा, आज्ञापाल सिंह ने कहा कि लोगों द्वारा अकालगढ़ मार्केट में ब्रांडेड कपड़ा मिलने की बात सोचकर वहां से भारी संख्या में कपड़ा खरीदा जाता है। जिस कारण दुकानदार रोजाना लाखों रुपए का माल बेच देते हैं। लेकिन बुधवार को जोधपुर पुलिस द्वारा की रेड ने सारी पोल खोलकर रख दी। असल में अकालगढ़ मार्केट में बेचा जाने वाला सारा माल ब्रांडेड नहीं बल्कि जाली होता है। जिस पर सिर्फ लोगो कंपनी का लगा होता है। कई दुकानदार ब्रांडेड कंपनी की फस्ट कॉपी दिल्ली व दूसरी स्टेटों से लाने का बताकर कपड़े बेचते हैं। जबकि बुधवार को हुई रेड से पता चला कि मार्केट की कई दुकानों का माल लुधियाना की फैक्ट्रियों से ही बनकर सप्लाई होता है।

 

निगम व फायर विभाग बता चुका है अवैध

नगर निगम की और से पहले ही इस मार्केट को अवैध बताया जा चुका है। जिसमें न तो मार्केट का कोई नक्शा पास है और न ही मार्केट में निगम से कभी भी किसी लेवल पर परमिशन ली गई है। पूरी की पूरी बिल्डिंग ही अवैध है। जबकि इस मार्केट को फायर विभाग द्वारा भी अनसेफ घोषित किया जा चुका है। मार्केट में न तो फायर सेफ्टी यंत्र है और न ही पानी स्टोर करने की जगह है। यहां तक की गुरुद्वारा साहिब के ट्रस्टियों द्वारा मार्केट के बेसमेंट में भी दुकानें बना रखी है।

 

अकालगढ़ एसी मार्केट के जरिए करोड़ों में बेची जा रही दुकानें

जानकारी के अनुसार अकालगढ़ मार्केट तो पहले से अवैध थी, लेकिन अब उसी मार्केट में अकालगढ़ एसी मार्केट बनाकर करोड़ों रुपए की दुकानें बेची जा रही है। इसमें भी ट्रस्टियों द्वारा बड़ा खेल किया गया है। दरअसल, नवीन भारत स्टोर की दुकान चौड़ा बाजार में पड़ती थी।

लेकिन ट्रस्टियों द्वारा सेटिंग कर चौड़ा बाजार से दुकान का रास्ता बंद करके एसी मार्केट के बीच में से दे दिया। जिससे नवीन भारत स्टोर दुकान का मूल भी बढ़ गया और मार्केट भी बन गई। जिसके बाद वहां 18 दुकानें बना दी।

 

90 प्रतिशत गारमेंट इंडस्ट्री डी माल पर आधारित

वहीं कपड़ा कारोबारी विनोद थापर ने कहा कि लुधियाना की 90 प्रतिशत गारमेंट इंडस्ट्री डुप्लीकेट माल बना रही है। सरकार इसे रोक नहीं पा रही। ब्रांडेड माल भी लुधियाना में बनता है, जबकि डुप्लीकेट माल भी यहीं बनता है। लुधियाना इंडस्ट्री मेहनत की जगह आसान काम चाहती है, इसी लिए वह डुप्लीकेट माल पर ज्यादा फोक्स कर रहे हैं। क्योंकि वह बनाना भी आसान है और कमाई भी ज्यादा है। इसी कारण आज हमारी इंडस्ट्री की और से ब्रांडेड माल की कॉपियां तैयार की जा रही है।

विनोद थापर ने कहा कि हमारी तरफ से केंद्र सरकार के साथ बातचीत की जाएगी, ताकि डुप्लीकेट माल पर रोक लगाई जा सके। अवेयरनेंस भी की जाएगी।

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