किसान नेताओं ने किया ऐलान, फिर से डटेंगे टोल प्लाजा पर,अदालत ने तो हमारा पक्ष ही नहीं सुना
लुधियाना 25 जुलाई। सूबे के सबसे महंगे लाडोवाल टोल प्लाजा अभी खुलने के आसार नहीं हैं। इसे खुलवाने के लिए एनएचएआई ने हाईकोर्ट में केस दायर किया था। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया कि टोल बैरियर खुलवा दिया जाए।
इसके बाद टोल बैरियर को बंद कराने वाली भारतीय मजदूर किसान यूनियन ने वीरवार को यहीं पर मीटिंग बुलाई। इस मौके पर यूनियन के प्रधान दिलबाग सिंह और भारतीय किसान यूनियन दोआबा के इंदरबीर सिंह कादियां ने अहम ऐलान किया। जिसके मुताबिक किसान फिर से टोल बैरियर पर पक्का मोर्चा लगाकर बैठेंगे। गौरतलब है कि पहले किसानों ने यहां धरना तो खत्म कर दिया था, लेकिन टोल बैरियर के केबिन सील कर गए थे।
अब बदले हालात में आगे की रणनीति बनाने को किसान यूनियन किसानों और आम लोगों को सुबह टोल प्लाजा पर पहुंचने के लिए कॉल दी थी। इस मौके पर किसान नेता दिलबाग सिंह ने बताया कि एक दिन पहले हाईकोर्ट की तारीख पर पंजाब सरकार के वकीलों ने लोगों का पक्ष रखा। जबकि हाईकोर्ट ने किसानों से उनका पक्ष तक नहीं जाना। दिलबाग के मुताबिक किसानों ने तो हाईकोर्ट में पक्षकार बनने के लिए अपनी अर्जी दाखिल की थी। जबकि हाईकोर्ट ने उनसे कहा कि वे इस मामले में पक्षकार नहीं बन सकते। वे इसके लिए अलग से नई रिट दायर कर सकते हैं। हाईकोर्ट ने कहा कि टोल एनएचएआई को शुरू करना चाहिए। पंजाब सरकार ने कोर्ट से चार हफ्ते की मोहलत मांगी है। अब यह जरूरी नहीं है कि टोल चार हफ्ते बाद ही शुरू हो।
किसान नेताओं ने आशंका जताई कि टोल प्लाजा कभी भी शुरू हो सकता है। इसलिए सभी किसानों और लोगों को संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा। कोर्ट और प्रशासन किसानों की आवाज नहीं सुन रहा है। उनकी एक ही मांग है कि टोल की दरें कम की जाएं। उन्होंने राज्य सरकार को चेताया कि किसानों को पुलिस के जरिए पीटकर ही यहां से हटाया जा सकता है।
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