शिअद की ओर से एसवाईएल पर स्टैंड साफ करने के साथ सांसद बादल ने मोदी का वादा याद दिलाया
नई दिल्ली 21 जुलाई। यहां संसद के मानसून सत्र और बजट से पहले पार्लियामेंट हाउस में ऑल पार्टी मीटिंग रखी गई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मीटिंग की अगुवाई की। जिसमें पंजाब से शिरोमणि अकाली दल-बादल की तरफ से बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल भी शामिल हुईं।
इस मौके उन्होंने बताया कि मीटिंग में उनकी तरफ से किसानों के मामले के साथ ही अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अन्याय का मुद्दे उठाया गया। उन्होंने पंजाब और हरियाणा के बीच सतलुज यमुना लिंक का मुद्दा भी उठाया। साथ ही इस पर स्थिति साफ करने को कहा। मीटिंग के बाद हरसिमरत कौर ने बताया कि उन्होंने मीटिंग में किसानों का मामला उठाया। जो अब भी संघर्ष कर रहे हैं। चार साल पहले प्रधानमंत्री ने वायदा किया था, वह भी तक पूरा नहीं हुआ। यह बात अच्छी नहीं हैं, ऐसे में किसानों के मुद्दों पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
सांसद हरसिमरत कौर ने एसवाईएल का मु्द्दा भी उठाते हुए कहा कि पंजाब में कांग्रेस, बीजेपी और आम आदमी पार्टी वाले कहते हैं कि पंजाब का पानी पंजाब में रहेगा। जब हमारे मुख्यमंत्री हरियाणा में जाते हैं तो उनका स्टैंड बदल जाता है। वहीं अदालत में उनका कोई स्टैंड नहीं है। इस मुद्दे पर स्टैंड साफ होना चाहिए। साथ ही लोगों को पता लगना चाहिए कि कौन सी पार्टी कहां पर खड़ी है।
इसके अलावा सांसद बादल ने जांच एजेंसियों के मिसयूज व पिक एंड चूज का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री शराब घोटाला मामले में जेल में हैं। जबकि पंजाब में भी वैसा ही घोटाला हुआ है। यह मुद्दा उन्होंने पहले संसद में भी उठाया था। उस समय गृहमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन पंजाब के केस में कुछ नहीं हो रहा है। पंजाब के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।
उन्होंने अल्पसंख्यकों के मुद्दों को भी उठाया। यूपी में कांवड़ रूट की दुकानों के बाहर दुकानदार के नाम को बोर्ड लगाने का मुद्दा उठाया। अमृतधारी सिख महिलाओं को राजस्थान में पेपर में नहीं बैठने दिया। राजस्थान में गुरुद्वारों के खिलाफ बोलने वाले मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जबकि मंत्री के खिलाफ बोलने वाले एनएसए लगा दिया है। इसके अलावा नए कानूनों का मुद्दा उनकी तरफ से उठाया गया।
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