किसानों ने टोल प्लाजा पर पंचायत कर सीएम मान को टोल टैक्स घोटाले की जांच के लिए मांगपत्र भेजा
लुधियाना 16 जुलाई। किसान जत्थेबंदियां पंजाब के सबसे महंगे टोल प्लाजा लाडोवाल पर कथित अवैध वसूली के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगी। मंगलवार को यहीं पर पंचायत कर किसानों ने यह फैसला किया। उन्होंने इस टोल प्लाजा पर हर महीने करोड़ों का अवैध टैक्स वसूलने का आरोप दोहराते सीएम भगवंत सिंह मान से इसकी जांच करने के लिए उनको एक मांगपत्र भी भेजा।
यहां काबिलेजिक्र है कि किसानों ने पिछले एक माह से यह टोल प्लाजा बंद कर रखा है। किसानों ने 16 जून को टोल प्लाजा बंद कर धरना लगाया था। किसानों ने टोल प्लाजा से धरना हटा तो लिया था, लेकिन टोल प्लाजा के केबिनों को ढककर बंद कर दिया। साथ ही टोल प्लाजा पर किसान यूनियनों ने अपना झंडा लगा दिया था। फिलहाल टोल प्लाजा एक माह से फ्री है और टोल एजेंसी को अब तक 30 करोड़ के करीब नुकसान हो गया।
किसान यूनिन के नेता दिलबाग सिंह ने बताया कि उन्होंने पिछले दिनों हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि टोल एजेंसी वालों के पास ना तो कोई परमिशन के दस्तावेज हैं और हाईकोर्ट में भी वह कोई सबूत नहीं दिखा सके। लिहाजा ये टोल काफी सालों से अवैध तौर पर चल रहा था। जिसकी सीएम भगवंत मान को जांच करानी चाहिए। इस घपले में पंजाब व केंद्र के कई बड़े लीडर भी शामिल हैं। अगर जांच निष्पक्ष तरीके से हो तो सारी सच्चाई सामने आ सकती है।
हाईकोर्ट में 23 को अगली सुनवाई : किसान नेता दिलबाग सिंह ने यह भी बताया कि हाईकोर्ट ने दोबारा अब 23 जुलाई की तारीख दी है। उन्होंने हाईकोर्ट को ये भी बता दिया है कि किसी भी टोल लगने से पहले सारे मापदंड पूरे होने चाहिए। जबकि यहां किसी तरह की सहूलियतें नहीं हैं। यहां ना तो आम लोगों के लिए शौचालय है और पीने को पानी तक नहीं है। इसके अलावा यहां कोई पुलिस कंट्रोल रूम भी नही है। उन्होंने कहा कि इस टोल पर ना ही किसी तरह की एम्बुलेंस का प्रबंध है। यह रूल है कि अगर किसी भी टोल पर 3 मिनट से ज्यादा देर तक लाईनों में लगना पड़ जाए तो टोल नहीं देना पड़ेगा। जबकि इस टोल प्लाजा पर तो गुंडागर्दी करते हैं। लाइनों में रहने के बावजूद लोगों से लूट की जा रही थी।
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