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संभल कर बनाओ रील वर्ना होगा बुरा फील 

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संभल कर बनाओ रील वर्ना होगा बुरा फील

रील बनाने के चक्कर में अपना खुद का बुरा कर रहे हैं युवा

कोई गवा रहा है जान तो कोई करवा रहा है पारिवारिक नुकसान

शबी हैदर

लखनउ 15 जुलाई : रील बनाना नफा या नुकसान। रील के जरिये फेमस होकर युवा कैरियर बना रहे हैं या फिर बर्बाद कर रहे हैं। रील एक ऐसा सब्जेक्ट तेजी से उभर कर सामने आ रहा है जिस पर चर्चा जरूरी है। रील का एक पक्ष रोड एक्सीडेंट, घर में चोरी, ट्रेन से कटकर मौत, और नौकरी जाना है तो दूसरा पक्ष फेमस होकर पैसा कमाने के तौर पर सामने आ रहा है। हालांकि रील के चक्कर में लोगों का नुकसान ज्यादा हो रहा है और फायदा कम।

 

बनाई रील पहुंच गये जेल

 

एसटीएफ ने एक जबर्दस्त गुडवर्क किया और गुडवर्क यह था कि उसने एक हाई प्रोफाइल ड्रग पैडलर तक पहुंच कर गिरफतार करने में कामयाबी हासिल की। उसे यह कामयाबी सोशल मीडिया पर रील के जरिये मिली। हुआ यह कि लखनउ के कुछ युवक एक रेव पार्टी में शामिल हुए थे। इन युवकों ने पार्टी का वीडियो बना कर उसे अपने इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया था जो वायरल होता हुआ पुलिस के पास पहुंच गया। बस यही से यह लोग पुलिस की गिरफत में आ गये । लखनउ के एक होटल के कमरा नम्बर 104 में अरूण उसका भाई लकी और साथी अंश के साथ पार्टी करते नजर आ रहे हैं। पुलिस ने इन युवको को पकड़ा तो एक बड़े ड्रग तस्कर गिरोह का फांडाफोड़ हुआ।

वायरल रील, सरगना गिरफ्तार

 

पुलिस के मुताबिक वायरल रील में कुछ युवक बड़ी नगदी गिनते दिखे। इन लोगों के पास शराब, ड्रग्स् और हुक्का रखा दिख रहा था। एसटीएफ ने इस वीडियो की जांच शुरू की तो पता चला कि वीडियो लखनउ के हजरतगंज स्थित एक होटल कम गेस्ट हाउस का था। एसटीएफ वहां पहुंची तो वहां तरूण अवस्थी मिला। तरूण वीडियो में भी दिख रहा था। तरूण ने एसटीएफ को पूरी जानकारी दी और बताया कि वह लोग वहां ड्रग्स् पार्टी के लिए इकटठा हुए थे।

 

तीन दिन पहले एक साथ गयी तीन की जान

 

सोशल मीडिया पर रील का नशा कुछ ऐसा छाया है कि कोई ट्रेन की पटरी पर कट रहा है तो कोई रोड एक्सीडेंट में मारा जा रहा है। कोई छत से गिर रहा है तो कोई नौकरी गवां रहा है। ताजा मामला वाराणसी के रोहनिया थाना क्षेत्र के अखरी गांव निवासी साहिल राजभर उर्फ नाऊ 16 वर्ष, चंद्रशेखर राजभर उर्फ निरहू 16 वर्ष और शिवम राजभर उर्फ चंचल 16 वर्ष एक केटीएम मोटरसाइकिल से बच्छाव बाजार गये थे। बच्छाव बाजार से अखरी की तरफ वापस आ रहे थे।इस दौरान तीनों बाइक को लहराते हुए चलाने के साथ ही रील बना रहे थे। इसी दौरान खनाव के पास अखरी से अदलपुरा के पास सामने से आ रही बस से किशोरों की बाइक की सीधी टक्कर हो गई। इसमें चंद्रशेखर और साहिल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। शिवम को ट्रामा सेंटर भेजा गया। वहां उसकी भी मौत हो गई।

 

पुलिस महकमा में भी है रील का वायरस

 

पुलिस महकमा भी रील की वायरस की भयंकर गिरफ्त में है। आलाधिकारियों के बराबर मान करने और इस दिशा में बाकायदा कानून बना देने के बाद भी पुलिसकर्मी रील बनाने कर अपलोड करने से बाज नहीं आ रहे। कोई स्वंय को सिघम ​स्टाइल में पेश करता है तो कोई अपने गुड वर्क को वालीवुड संगीत के साथ परोसता है। बदले में उन्हें सोशल मीडिया निकयामवली के चलते सजा भुगतनी पड़ती है।

 

चोर उच्चके रखते हैं निगाह

 

अगर आप का लाडला/ लाडली घर से रील बना कर अपलोड कर रहा है तो आप सावधान हो जाइये। आईटी एक्सपर्ट आलोक सोती कहते हैं कि चोर—उच्चके यहां तक की किडनैपर्स भी क्राइम करने से पहले सोशल मीडिया के जरिये फीडबैक लेते हैं और करीबी निगाह रखते हैं। वह कहते हैं कि ऐसे बहुत से केसेज हैं जिनमें क्रिमिन्लस ने सोशल मीडिया के जरिये दोस्ती की और फिर वारदात को अंजाम दिया। ऐसे में यदि आप या परिवार का कोई सदस्य घर से रील बना रहा है तो रील गार्डन, टेरिस या फिर ऐसी जगह से बनाए जहां से आप के घर की गोपनीयता भंग न हो।

 

लेकिन युवा तो गिना रहे हैं फायदे

 

इन तमाम घटनाओं के बरअक्स युवाओं को रील बनाने में सिर्फ फायदे ही फायदे नजर आ रहे हैं। एमबीए कर रहे अभिषेक श्रीवास्तव कहते है कि रील बनाने के फायदे ज्यादा है और नुकसान कम। उनके मुताबिक रील से फेमस होने का जो दरवाजा खुलता है वह कही और कहा। यदि एक बार आप फेमस हो जाए तो बिगबॉस जैसे प्लेटफार्म आप का इंतेजार कर रहे हैं। रील से एक इनकम शुरू होने के भी चांसेज हैं।

 

पीयूष श्रीवास्तव कहते हैं कि सोशल मीडिया एक समुंदर है और यदि आप इसमें तैरने की केाशिश करेंगे तो डूबने का खतरा तो उठाना पड़ेगा। थोड़ा बहुत रिस्क जरूर है। प्रोफेशनल तरीके से रील बनानी चाहिए। घर, परिवार को रील से दूर रखे तो बेहतर है। हां कभी भी अपनी इन्फारमेशन रील के जरिये लीक न करे।

 

हर्ष कहते हैं कि रील बनाने का उददेश्य क्या है? सिर्फ नदी किनारे रील बनाने से कोई फायदा नहीं। अगर आप का उददेश्य पैसा कमाना है तो फिर प्रापर ट्रेनिंग लेकर ही इस फील्ड में आये। यदि आप बिना किसी ट्रेनिंग के इस क्षेत्र में कुछ करना चाहते हैं तो कठिन राह है। ऐसा करने से आप के समय और पैसा दोनों की बर्बादी होगी।

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