लुधियाना में शिवसेना नेता पर हमला, इसके बाद फिल्लौर के गुरुद्वारे में बेअदबी का प्रयास, अब किया बाइबिल-कांड
अमृतसर 14 जुलाई। काले दौर को झेल चुके पंजाबी अब उस दौर से फिर नहीं गुजरना चाहते, लेकिन धर्म-देश विरोधी ताकतें फिर सक्रिय हैं। लुधियाना में शिवसेना नेता पर जानलेवा हमले के बाद फिल्लौर में गुरुद्वारा साहिब में बेअदबी के प्रयास का मामला सामने आया। अब ऐसे ही अमन-भाईचारे के दुश्मनों ने रविवार को एक और शर्मनाक घटना को अंजाम दिया। इन शरारती तत्वों ने गुरु नगरी अमृतसर साहिब के लोपोके इलाके में पवित्र बाइबिल की बेअदबी कर दी ।
जानकारी के मुताबिक इस घटना के बाद लोपोके और अजनाला की ईसाई धर्म से जुड़ी संस्थाओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। घटना के बाद लोपोके की पुलिस हरकत में आई। उसने बाइबिल के पवित्र अंग कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी। डीएसपी गुरिंदर पाल सिंह नागरा के मुताबिक पुलिस ने दो घंटे के अंदर ही आरोपियों को पकड़ लिया। बताते हैं कि यह घटना रविवार सुबह की है। आज सुबह अमृतसर के कस्बा लोपोके के गांव मदोके से पुलिस को बाइबिल की बेअदबी की जानकारी मिली।
स्थानीय निवासियों ने पुलिस को बताया कि सुबह जब लोग गांव में निकले तो रास्ते में बाइबिल को फेंककर जलाया गया था। बाइबिल भी उस इलाके में फेंकी गई, जहां पर ईसाई समुदाय के लोग अधिक गिनती में रहते थे। माहौल खराब होते देख पुलिस ने मौके पर पहुंच तत्काल कार्रवाई शुरु की। जांच के बाद आरोपी गुरप्रीत सिंह व किरपाल सिंह दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने संभाला मौका : इस घटना के बाद ईसाई भाईचारे में रोष फैल गया। हालांकि रूरल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। ईसाई भाईचारे के नेता विलायत मसीह बंटी के अनुसार पुलिस को जानकारी दिए जाने के बाद फौरन एक्शन हो गया। डीएसपी अमृतसर रूरल पुलिस गुरिंदर पाल सिंह नागरा के मुताबिक जैसे ही पुलिस को घटना की जानकारी मिली, तुरंत मौके पर पहुंच जांच शुरू कर दी गई। तकरीबन दो घंटे में ही आरोपियों को काबू कर लिया गया।
—————