भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान की निगरानी में चले इस कार्यक्रम में 40 महिला किसान शामिल
लुधियाना 3 जुलाई। सिलेज मक्का एवं खरीफ मक्का को बढ़ावा देकर किसानों की आजीविका बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। इसी मकसद से एक दिवसीय प्रशिक्षण सह इनपुट वितरण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।
आईसीएआर-भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान, लुधियाना के नेतृत्व में इस पहल में सतलुज महिला किसान उत्पादक कंपनी के 40 प्रगतिशील किसानों की भागीदारी रही। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य इन महिला किसानों को उन्नत मक्का खेती तकनीकों के साथ सशक्त बनाना है। आईसीएआर-आईआईएमआर के डॉ. अल्ला सिंह ने पंजाब में मक्का आधारित फसल विविधीकरण के महत्व पर जोर दिया। साथ ही सरकार के इथेनॉल मिश्रण लक्ष्यों द्वारा बनाए अवसरों पर प्रकाश डाला। जिससे राज्य में मक्का की खेती को काफी बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने कार्यक्रम में समर्थन के लिए आईसीएआर-आईआईएमआर के निदेशक डॉ. एचएस जाट का भी आभार जताया। ग्रांट थॉर्नटन भारत, लुधियाना से मनप्रीत सिंह ने न्यूनतम खर्च के साथ फसल की पैदावार को अनुकूलित करने, लाभदायक फसल उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने पर अंतर्दृष्टि साझा किया।
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