जालंधर के माडल टाउन की घटना, गत दिनों मेरठ में ऐसे ही मामले में किशोर ने खुद को मारी थी गोली
लुधियाना 29 जून। बालिग होते बच्चों में ऐसी हिंसक-सोच तेजी से बढ़ रही है कि वे जान देने से भी नहीं हिचक रहे। जालंधर के मॉडल टाउन इलाके में शनिवार की सुबह पबजी गेम खेलने से रोकने पर 12वीं के छात्र ने आत्महत्या कर ली।
जानकारी के मुताबिक मरने वाला 17 साल का लड़का करणवीर सिंह मॉडल टाउन निवासी राम चंद्र का बेटा था। उसके पिता के मुताबिक वह एक प्राइवेट कंपनी में सीनियर लाइनमैन अफसर हैं। सुबह बेटा मोबाइल फोन पर गेम खेल रहा था। उनकी पत्नी ने बेटे को गेम खेलने पर डांटा तो वह कमरे में गया और फंदा डाल पंखे से लटक गया। वह उसे अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों नेउसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद से माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
इससे भी ज्यादा दिल दहलाने वाली घटना तीन-चार दिन पहले उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में लगते बहसूमा इलाके में हुई थी। वहां गांव रामराज में एक ट्रांसपोर्टर के 14 साल के बेटे अंगद ने महज इसलिए पिता की रिवाल्वर से गोली मार कर जान दे दी कि उसे मोबाइल फोन इस्तेमाल करने के लिए डांटा गया था। उसने पिता को संबोधित करते हुए पहले एक सुसाइड नोट लिखा और फिर पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली।
अंगद ने जो सुसाइड नोट में लिखा, वो बहुत गौर करने काबिल है। उसने पापा फोन तो सिर्फ मम्मी के लिए ही है। मैं तो इस घर में कबाड़ हूं। इस दर्दनाक हादसे को लेकर ‘यूटर्न टाइम’ ने जनहित में सभी पेरेंट्स को आगाह करते संपादकीय लिखा था। इसे विडंबना ही कहेंगे कि इस लेख के प्रकाशन के दूसरे ही दिन जालंधर में दूसरा ऐसा ही दिल दहलाने वाला हादसा हो गया।
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