सिगरेट पीने से रोकने पर चलती ट्रेन से युवक को फेंका नीचे, एसएसबी का देना जा रहा था इंटरव्यू, अब पूरी उम्र बोल नहीं सकेगा

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पीड़ित परिवार एक महीना कार्रवाई के लिए जीआरपी थाने के लगाता रहा चक्कर

लुधियाना 27 जून। लुधियाना में एक महीने पहले एसएसबी का इंटरव्यू देने के लिए जा रहे यात्री युवक द्वारा बदमाशों को सिगरेट पीने से रोकने पर उन्होंने युवक को ट्रेन से धक्का दे दिया गया था। जिस कारण युवक गंभीर रुप से जख्मी हो गया। इस मामले में पीड़ित परिवार के एक महीना थानों के चक्कर लगाने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की। लेकिन अब जख्मी युवक ने डीएमसी अस्पताल से ई-मेल भेजा तो जीआरपी पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जख्मी की पहचान जम्मू के रहने वाले तुषार ठाकुर (2) के रुप में हुई है। तुषार करीब 1 महीने से डीएमसीएच अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है। उसके शरीर का निचला हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया। अब वह जीवन भर नहीं चल पाएगा।

19 मई को बदमाशों ने की थी वारदात
जानकारी के अनुसार 19 मई को तुषार जम्मू से अहमदाबाद सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (एसएसबी) का पेपर देने के लिए जा रहा था। तुषार के पिता जम्मू बिजली विभाग के मुलाजिम वीरेंदर सिंह ने कहा कि उनका बेटा 19 मई को श्री माता वैष्णो देवी कटरा जम्मू एक्सप्रेस से जम्मू से अहमदाबाद की यात्रा कर रहा था, तभी अंदर कुछ युवा धूम्रपान कर रहे थे। जब उसने उनसे अंदर धूम्रपान न करने का आग्रह किया तो उन्हें ट्रेन से बाहर धक्का मारकर गिरा दिया।

एक महीना कार्रवाई के लिए भटकता रहा परिवार
वीरेंदर सिंह अनुसार उन्होंने घटना वाले दिन ही थाना जीआरपी की पुलिस को शिकायत दी। लेकिन पुलिस ने एक्शन नहीं लिया। वह एक महीना भटकते रहे। पुलिस कहती रही कि जख्मी के बयान लिए जाएंगे, जबकि जख्मी तुषार कभी बोल नहीं सकता। जिसके बावजूद पुलिस ने एक्शन नहीं लिया। तुषार की रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण वह बोल और बैठ भी नहीं पा रहा है। एसएचओ जतिंदर सिंह ने कहा कि वे तुषार के होश में आने और उसका बयान दर्ज करने का इंतजार कर रहे हैं। हमने अब एफआईआर दर्ज कर ली है क्योंकि पीड़ित अपना बयान दर्ज कराने की स्थिति में नहीं था।

वायु सेना का इंटरव्यू पास कर चुका था तुषार

वीरेंदर सिंह अनुसार तुषार ने पहले भी भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के लिए लिखित परीक्षा और इंटरव्यू पास किया था, लेकिन उनका जुनून सेना के प्रति अधिक था। इसलिए वह इसे एक और कोशिश दे रहा था। लेकिन कुछ बदमाशों ने उसके सभी सपने तोड़ दिए और बेटे को इस लायक बना दिया कि वह कभी खड़ा ही नहीं हो सकेगा। पिता ने कहा कि प्रशासन बदमाशों को सख्त सजा दे।