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मुद्दे की बात : इस बार लोकसभा में दो बातें खास

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बिड़ला दूसरी बार स्पीकर तो दस साल बाद नेता विपक्ष राहुल

बुधवार का दिन भारतीय लोकतंत्र के लिए महत्वपूर्ण रहा। भाजपा सांसद ओम बिरला को ध्वनिमत से लोकसभा अध्यक्ष चुन लिया गया। वह दूसरी बार इस उत्तरदायित्व को संभाल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अध्यक्ष पद के लिए बिरला के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अनुमोदन किया। इस प्रस्ताव को प्रोटेम स्पीकर (कार्यवाहक अध्यक्ष) भर्तृहरि महताब ने सदन में मतदान के लिए रखा और इसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। इसके बाद कार्यवाहक अध्यक्ष महताब ने बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू बिरला को अध्यक्षीय आसन तक लेकर गए। ऐसा पांचवीं बार होगा कि कोई अध्यक्ष एक लोकसभा से अधिक कार्यकाल तक इस पद पर आसीन रहेगा। दूसरा महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि कांग्रेसी नेता बलराम जाखड़ एकमात्र ऐसे पीठासीन अधिकारी रहे हैं, जिन्होंने सातवीं और आठवीं लोकसभा में दो कार्यकाल पूरे किए थे। इसके अलावा आज तक किसी ने भी इस आसन पर दो कार्यकाल पूरे नहीं किए।

दूसरा महत्वपूर्ण घटनाक्रम लोकसभा में यह रहा कि दस साल बाद संसद के इस सदन में नेता विपक्ष का खाली पड़ा पद भरा नजर आया। दरअसल कांग्रेसी सांसद राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता बने हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक में उनको नेता विपक्ष चुना गया। इसके बाद कांग्रेस संसदीय बोर्ड की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि माहताब को इस संदर्भ में पत्र लिखा था। यह भी गौरतलब है कि राहुल गांधी ने अपने दो दशक के पॉलिटिकल करियर में पहली बार कोई संवैधानिक पद संभाला। वे इस पद पर रहने वाले गांधी परिवार के तीसरे सदस्य हैं। इससे पहले उनके पिता और भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के अलावा उनकी माता सोनिया गांधी इस पद पर आसीन रह चुकी हैं।

बता दें कि लोकसभा में दस साल से नेता प्रतिपक्ष का पद खाली था। दरअसल 2014 और 2019 में किसी विपक्षी दल के पास इसके लिए जरूरी न्यूनतम 10 फीसदी सदस्य ही नहीं थे। नेता प्रतिपक्ष पद के लिए दावा पेश करने के लिए किसी भी पार्टी को कुल 543 में से 55 सदस्यों का आंकड़ा पार करना होता है। इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जरुरी आंकड़े से ज्यादा सीटें हासिल कर नेता प्रतिपक्ष का पद भी हासिल कर लिया।

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