चंडीगढ/यूटर्न /15 जून: चंडीगढ जैसे शहर में कायदे कानून टिच समझ कर नाईट कल्ब चल रहे है,जबकि वहां पर दो राज्यों के मुखयमंत्री,डीआईजी से लेकर डीजपी तथा दो राज्यों के गर्वनर भी बैठते है। उसके बावजूद कानून को लागू नही करवाया जा रहा। अब एक्साईज विभाग ने कमर कस ली है और कार्रवाई करते हुए चंडीगढ मोहाली रोड पर देर रात्रि बेस्टेक माल की चौथी मंजिल पर चल रहे मास्क कल्ब में दब्शि दे दी। अचानक हुई दब्शि से वहां पर बैठे ग्राहक भागने लगे व कल्ब से बाहर निकलने लगे,जबकि कल्ब सदस्य व प्रबंधकों के हाथ पांव फूल गये। एक्साईज विभाग के इंसपैक्टर कुलविंदर सिंह ने बताया कि यह रूटीन छापेमारी थी। कल्ब देर रात्रि तक खुला था। अभी विभाग ने उनको चेतावनी देकर छोडा है,अगर कही भी कायदे कानून का उलंघन कर रात भर कल्ब खुला मिला तो कडी कार्रवाई की जायेगी।
कोई कायदा कानून नही
नाईट कल्बों के खुलने व बंद होने सबंधी कोई विशेश पोलिसी ही नही है और ना ही कोई आदेश दिया गया है। सरकार को पैसा चाहिये,इसके लिये धडाधड लाईसैंस बार के लिये दिये जाते है। सूत्र बताते है कि सुबह 6 बजे तक इन कल्बों को चलते हुए देखा गया है। देर रात्रि होने वाली पार्टियां सुबह तक चलती है। ऐसा नही कि सरकार व विभाग को इसके बारे में पता नही है और नई आप सरकार के आने के बाद ऐसे कल्बों को बंद कर दिया गया हो,कभी सुनने को नही मिला।
रात भर जाम से जाम टकरायेगें
पूत्र बताते है कि चंडीगढ के ही नही बल्कि कई अन्य शहरों से भी युवक आते है जो राम भर जाम से जाम टकराते है,सूत्र तो यह भी बताते है कि कल्बों में लडकियां भी आती है ओर जाम टकराने के बाद अगर बात बन गई तो होटल के कमरे में जाकर जशन मनाया जाता है,सुबह दोनों अपने आपने घर चले जाते है,कई युवा तो वहां पर एयाशी करने ही जाते है,बडे स्तर पर जिस्मानी खेल भी इन कल्बों की आड में चलता है,कल्ब मीटिंग प्वाईंट बनकर रह गये है,वह भी खूब माल वसूलते है।
क्या कहते है अधिकारी
इंसपैक्टर कुलविंदर ने बताया कि अगर देर रात्रि नाईट कल्ब खुला मिला तो कार्रवाई निशचित की जाती है,यह कार्रवाई व दब्शि रूटीन में चलती रहती है,वह इस बात का जवाब नही दे पाये कि कायदे कानून को टिच मान कर सुबह तक खुले कल्बों के कितने लाईसैंस रद्द किये गये तो उनका कहना था कि फिर कभी बात करेगें।
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[7:49 pm, 15/6/2024] Sandeep: वेतन न मिलने से जगराओं के सरकारी अस्पताल में हुई नारेबाजी
अगर वेतन नहीं मिला तो बैठेंगे धरने पर
जगराओं, यूटर्न, 15 जून (चरणजीत सिंह चन्न):-जगराओं के सरकारी अस्पताल में
ठेकेदारी सिस्टम के अधीन काम करने वाले सुरक्षा व सफाई कर्मियों ने तनख्वाह ना नाम मिलन की वजह से मोर्चा खोल नारे बाजी करते हुए हंगामा किया।
अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहे सुरक्षा कर्मियों की नारेबाजी से अस्पताल में काम काज भी प्रभावित हुआ।
कार्मचारियों को नहीं मिल रहा वेतन:-जानकारी देते हुए जगसीर सिंह ने बताया सरकारी अस्पताल में ठेकेदारी सिस्टम पर काम करने वाली सभी सुरक्षा और सफाई कर्मियों को ना तो वेतन मिल रहा है, और ना ही सरकार की तरफ से आने वाली अन्य सहूलियत उनको मिल रही है। जिसको लेकर उन्हें मजबूरन कामकाज छोड़ कर विरोध करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं जब भी वह वेतन या अपनी अन्य सहूलियतों क…