एनआईए ने शुरू में मित्तल और रजी को व उसके बाद में अमृतपाल से 1.34 करोड़ की ड्रग मनी बरामद की
चंडीगढ़ 8 जून। केंद्र सरकार बनने के दौरान राजनीतिक गहमागहमी के बीच अपराध से जुड़ी एक बड़ी जानकारी सामने आई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानि एनआईए ने अटारी में 100 किलोग्राम से अधिक नशीले पदार्थों की बरामदगी की थी। इस मामले में सात और आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है।
जानकारी के मुताबिक पटियाला हाउस कोर्ट के समक्ष शुक्रवार को दायर अपने पूरक आरोप पत्र में जांच एजेंसी ने इस मामले के बारे में जानकारी दी। जिसमें इससे संबंधित अंतर्राष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट साजिश में प्रमुख गुर्गों के रूप में सात आरोपियों की पहचान की है। एनआईए की जांच के अनुसार, सभी सात आरोपी अतहर सईद, अमृतपाल सिंह, अवतार सिंह, हरविंदर सिंह, तहसीम, दीपक खुराना और अहमद फरीद हैं। जोस कथित तौर पर भारत में दवाओं की तस्करी और डिस्ट्रिब्यूटर को उनके वितरण में शामिल थे।
एनआईए ने जारी बयान में कहा कि आरोपी विदेश में स्थित मुख्य आरोपी व्यक्तियों तक दवाओं की आय पहुंचाने में भी शामिल थे। जांच एजेंसी ने पहले इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। एनआईए जांच के मुताबिक दुबई के फरार आरोपी शाहिद अहमद उर्फ काजी अब्दुल वदूद के निर्देश पर अफगानिस्तान स्थित नजीर अहमद कानी द्वारा देश में तस्करी कर नशा लाया गया था। यह खेप देशभर में भेजने वाले आरोपी रजी हैदर जैदी को दी जानी थी। एनआईए ने दिसंबर, 2022 में इन तीनों के साथ विपिन मित्तल के खिलाफ भी चार्जशीट दायर की।
इस मामले में शुरू में मित्तल और रजी को गिरफ्तार किया गया। फिर दिसंबर, 2023 में एनआईए ने अमृतपाल सिंह को भी गिरफ्तार कर उसके पास से 1.34 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की। एनआईए ने कहा कि अमृतपाल देश से भागने का प्रयास करते समय पकड़ा गया।
अप्रैल और मई 2024 में एनआईए ने मामले में पांच और गिरफ्तारियां कीं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान अतहर सईद, अवतार सिंह, हरविंदर सिंह, तहसीम और दीपक खुराना के रूप में की गई। हालांकि आरोपियों के पैरोकार इस मामले में एनआईए की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा चुके हैं।
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