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नतीजों से पहले चुना आयुक्त आये सामने,कहा मिस्टर जैंटलमैन लापता नही हुआ,देश में रिर्काडतोड मतदान हुआ

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दिल्ली/यूटर्न /3 जून: चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि मरे बारे में ट्रोल किया गया कि मिस्टर जैंटलमैन लापता हो गये यही कारण है कि आज नतीजों से पहले मीडिया के सामने हूं। उन्होने कहा 64 करोड से अधिक लोगों ने अपना मतदान किया,इनमें 31 करोड महिलाओं ने अपने मत का प्रयोग किया। यह हमारे लोकतंत्र की ताकत है। ऐसा पहली बार हुआ है। ज्ञात रहे कि 1952 से लेकर अब तक के किसी भी लोकसभा चुनाव के दौरान आयोग ने वोटिंग के बाद और रिजल्ट के पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की है। इससे पहले चुनाव आयोग ने 16 मार्च की प्रेस कॉन्फ्रेंस में लोकसभा और 4 विधानसभाओं की चुनाव तारीखों का ऐलान किया था। उन्होने कहा कि जो काउंटर पर बैठे हैं, जो कंटेस्ट कर रहे हैं उनकी कोई शिकायत नहीं है। फिर पता नहीं कहां से शिकायत है। सब पारदर्शिता से काम होगा। अगर फिर भी कोई गलत मंशा से उपद्रव करना चाहता है, तो फिर उनसे सखती से निपटें। 70 साल से यह प्रोसेस चला आ रहा है। हमने सबको निर्देश दिए हैं। आरओ- एआरओ को हमारे निर्देश का मतलब होता है- ये होना ही है। हर किसी के लिए हैंडबुक है, काउंटिंग एजेंट, आरओ और कैंडिडेट के लिए भी।
ईसीई बोले- हर राउंड का रिजल्ट डिस्प्ले होगा
कल मल्टीपार्टी मीटिंग में हमसे कुछ मांगें की गई थीं। हम सबको मानेंगे। जैसे सीसीटीवी, दिन तारीख को दिखाया जाए, हर राउंड का रिजल्ट डिस्प्ले होना चाहिए। ये सब होगा। 17 सी की देश में सबसे ज्यादा चर्चा है। मानवीय गलती किसी से भी हो सकती है, उसे हम सुधारेंगे। 17 सी की देश में सबसे ज्यादा चर्चा में है। यूपीएससी की तैयारी कर रहे बच्चों को इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए कि ये क्या है।
काउंटिंग में गलती नहीं हो सकती
मुखय चुनाव आयुक्त ने कहा- जिस तरह वोटिंग प्लानिंग से कराई, उसी तरह काउंटिंग भी मुस्तैदी से होगी। 10.50 लाख बूथ, एक हॉल में 14 टेबल। 8000 से ज्यादा उंमीदवार हैं। 30 से 35 लाख लोग बाहर हैं। वहां माइक्रो ऑब्जर्वर होंगे। कम से कम 70 -80 लाख लोगों के बीच काम होगा। गलती हो ही नहीं सकती।
नेताओं के रिश्तेदारों को सीएम ऑफिस से हटाया
पहले होता था आचार संहिता में सारे विकास कार्य बंद हो जाते थे। इस बार हमने इसे बदला, 48 घंटे का समय दिया ताकि सरकारी योजनाएं चलती रहें। इस बार नया नैरेटिव सेट किया गया। राजनेताओं के रिश्तेदारों को चीफ मिनिस्टर ऑफिस से हटाया गया। 4.56 लाख हिंसा के केस हमें सीविजिल पर मिले। कई नेताओं के खिलाफ प्रशासनिक तबादले, नोटिस और एफआईआर जारी किए गए।
न पैसा बंटा, न शोर हुआ
न कहीं साड़ी बंटी, न कुकर बंटा, न पैसा बंटा, कहीं देखने को मिला इस बार, नहीं मिला। हमने देखा ही नहीं जो नहीं हुआ। 10 बजे के बाद शोर नहीं हुआ। शांतिपूर्ण चुनाव हुए। कोई ऐसा नहीं बचा जिसका हेलिकॉप्टर चेक न हुआ हो। ये मैसेज था कि जो टीम काम कर रही है वह डरेगी नहीं। इसका नतीजा है कि 10 हजार करोड़ का अमाउंट पकड़ा गया। जो 2019 में जब्त किए गए मूल्य का लगभग 3 गुना है।
पैसे और फ्रीबीज का डिस्ट्रीब्यूशन रोका
2 साल की कड़ी मेहनत से इतनी तैयारी हुई है। ये आपको दिखाने का मतलब था कि ये मेहनत कहीं खो न जाए। आपको याद होगा कैसे पैसे और फ्रीबीज का डिस्ट्रीब्यूशन होता था। शराब , साड़ी क्या क्या नहीं बंटता था। मुझे बताई इस बार कोई घटना हुई हो। इससे पहले जो 11 या 12 चुनाव हुए हैं, उनको मिलाइये, वहां हमने ये सब रोका है।
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