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मुद्दे की बात : अगर सोशल-मीडिया आइना है तो मोदी-भक्त होंगे चिंतित

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सोशल में मोदी से दोगुने पसंद किए गए राहलु

लोकसभा चुनाव के नतीजे आने में तो अभी वक्त बाकी है, लेकिन झटपट नतीजे देने वाले सोशल मीडिया की तरफ नजरल डालें तो रुझान पता चल रहा है। सोशल मीडिया में एकाएक पीएम नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस के स्टार-कंपेनर राहुल गांधी भारी पड़ चुके हैं। उनके लाइक्स मोदी से दोगुने, शेयरिंग तीन गुना, व्यूज 21 करोड़ ज्यादा हो गए। यह सब इस 50 चुनावी-दिनों की ही कहानी है। जब अपने लच्छेदार भाषणों में पीएम शहजादे, शाही खानदान वाले जैसे जुमलों से राहुल का मखौल उड़ा जनसभाओं में भाजपा-भक्तों की खूब तालियां भी बटोरीं। दूसरी तरफ, भक्तों ने भी राहुल का जमकर मखौल उड़ाते ‘पप्पू’ बताने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी।
इस सबके बावजूद जनता की नब्ज टटोलने वाले आधुनिक-यंत्र यानि सोशल मीडिया ने तो सारा पासा ही पलट दिया। व्हट्स-एप यूनिवर्सिटी और बीजेपी की आईटी सैल भी मोदी-यशोगान के मामले में आमजनों से पिछड़ गई। ये वही आमजन हैं, जो राजनीति में दिलचस्पी होने की वजह से ही सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर मोदी और राहुल से जुड़ा मैटेरियल सर्च करते हैं। फिर पसंदीदा राजनेता के बारे राय भी जाहिर करते हैं। गौरतलब है कि इस बारे में देश के प्रतिष्ठित हिंदी समाचार पत्र दैनिक भास्कर ने रिसर्च-बेस एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। दूसरे कई देशों में नेटवर्क बना चुके इस समाचारपत्र की एक विश्वसनीय छवि देश-दुनिया में कायम हुई है।
इस रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर पीएम नरेंद्र मोदी दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले राजनेता हैं। एक्स (पहले ट्विटर) पर भी ओबामा के बाद उनका दूसरा स्थान रहा है। चारों प्लेटफॉर्म मिलाकर मोदी के फॉलोअर्स 26 करोड़ से ज्यादा हैं। राहुल गांधी के चारों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मिलाकर 4.7 करोड़ फॉलोअर्स ही हैं। इस इलेक्शन सीजन में दोनों की सोशल मीडिया परफॉर्मेंस देखने के लिए रिसर्च-टीम ने एक अप्रैल से 20 मई तक दोनों के एक्स प्रोफाइल की सभी 1279 पोस्ट की स्टडी की। इसके अलावा चारों प्लेटफॉर्म पर उनकी हफ्तेवार फॉलोअर्स ग्रोथ को भी ट्रैक किया। साथ ही एक्सपर्ट्स से ये भी जाना कि इसका चुनाव पर कितना असर होगा।
खैर, इस सबके बावजूद लोकतांत्रिक-व्यवस्था को मजबूत करने वाले आम चुनाव में मतदाता जो नतीजे सुनाएंगे, तथ्यजनक तो वही होंगे। फिर भी सोशल-मीडिया में राहुल ने जिस तेजी से चुनावी-दौर में बढ़त हासिल की, कहीं न कहीं उसने मोदी की लोकप्रियता पर एक बड़ा सवाल तो खड़ा कर ही दिया।
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