दिल्ली/यूटर्न /26 मई: दिल्ली के बेबी केयर सेंटर में लगी आग जिंदा जलने से 7 नवजातों की मौत हो गई, लेकिन उनकी मौत का जिंमेदार कौन है? सेंटर का मालिक नवीन, संचालक और स्टाफ फरार है। जबकि भीषण आग से 34 बच्चे झुलस गये थे। पुलिस ने आईपीसी की धारा 336, 304्र और 34 के तहत मामला दर्ज कर चुकी है। जांच में पता चला है कि जिस बिल्डिंग में बेबी केयर सेंटर चल रहा था, उसमें सबसे नीचे अंडरग्राउंड एरिया में अवैध रूप से ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिलिंग का काम भी चल रहा था, जिनमें ब्लास्ट होने से आग भडक़ी। दिल्ली फायर सर्विस चीफ अतुल गर्ग का कहना है कि शायद किसी कर्मी ने सिगरेट या बीड़ी फूंकी होगी, जिस वजह से ऑक्सीजन ने आग पकड़ ली और अग्निकांड हो गया। धमाका इतना जोरदार था कि सेंटर के पास से गुजर रही कार के एयरबैग तक खुल गए थे। आस-पास के घरों के शीशे टूट गए थे। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है, लेकिन आरोपी कौन हैं? जो फरार हैं, वे हाथ आएंगे या नहीं? अवैध सिलेंडर रिफिलिंग की भनक किसी को क्यों नहीं लगी? लापरवाहियों की सूचना विभाग को क्यों नही मिली। 7 मांओं की कोख उजडऩे का जिंमेदार किसे ठहराया जाएगा?
7 नवजात जिंदा जले, लाशें देख मां-बाप बेहोश
गुजरात के राजकोट में जहां गेमजोन में भीषण आग लगने 12 बच्चों समेत 28 लोग जिंदा जलकर मर गए, वहीं बीती रात दिल्ली के विवेक विहार में भी भीषण अग्निकांड हुआ। एक बेबी केयर सेंटर में भीषण आग लग गई थी, जिसमें जिंदा जलकर 7 नवजातों की मौत हो गई है। बाकी 5 की हालत भी नाजुक बनी हुई है। बीती रात बचाव अभियान चलाते हुए आग के बीच से 12 नवजात निकाले गए थे, लेकिन वे बुरी तरह झुलस गए थे और उन्होंने आज सुबह दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि नवजातों की मौत होने की खबर मिलते ही सभी के परिवारों में कोहराम मच गया। आग रात करीब साढ़े 11 बजे लगी थी और फायर ब्रिगेड की 16 गाडिय़ों ने कई घंटों बाद इस पर काबू पाया था। दिल्ली पुलिस ने बेबी केअर न्यू बॉर्न हॉस्पिटल के मालिक नवीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। फायर ब्रिगेड हॉस्पिटल के पास थी या नहीं, उसकी जांच की जा रही है। हॉस्पिटल मालिक अभी फरार है।
आग लगने के कारण पता नहीं चले
वहीं दिल्ली फायर सर्विस के चीफ अतुल गर्ग ने हादसे की पुष्टि की। उन्होंने बताया बेबी केयर सेंटर में आग लगने की जानकारी मिली थी। पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में बी ब्लॉक में हादसा हुआ। जानकारी मिलते ही दमकल वाहन मौके पर पहुंच गए थे। लोगों ने पहले ही बचाव अभियान शुरू कर दिया था। केयर सेंटर के कर्मी फायर उपकरणों से आग बुझाने में जुटे थे। दमकल की 16 गाडिय़ां मौके पर पहुंची थीं। सेंटर से निकालने गए नवजातों को समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया गया था, लेकिन 7 नवजातों की मौत होने से काफी दुख हुआ। उनके मां-बाप तो बच्चों की हालत देखकर बदहवास हो गए थे। एक मां तो बेहोश हो गई, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, हालांकि उसकी हालत खतरे से बाहर है, लेकिन नवजातों के परिजनों का बुरा हाल है। उनमें आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। आग लगने के कारण पता नहीं चले हैं।
पड़ोस वाली बिल्डिंग और वाहनों में भी आग लगी
जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र चौधरी के अनुसार, बेबी केयर सेंटर जिस बिल्डिंग में था, वह पूरी जलकर राख हो गई। उसके साथ वाली इमारत को भी आग से काफी नुकसान हुआ। वहीं सेंटर के बाहर खड़े लोगों के वाहन भी जलकर राख हो गए। आग ग्राउंड फ्फलोर पर लगी थी, जिसमें ऊपर की मंजिलों को भी कुछ ही मिनटों में अपनी चपेट में ले लिया था। सेंटर के पीछे की खिड़कियां तोडक़र नवजातों को रेस्क्यू किया गया था। डॉक्टरों की निगरानी में उन्हें दूसरे अस्पताल में भेज दिया गया था। प्राथमिक जांच में लाग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट है। आग लगने के कारण सेंटर में इस्तेमाल किए जाने वाले ऑक्सीजन के सिलेंडर भी ब्लास्ट हो गए थे, जिन्होंने आग को और भडक़ाया। एक सिलेंडर सेंटर से 100 मीटर दूर कैंपस में पड़ा मिला। आग लगने के कारणों की तलाश जारी है। अगर लापरवाही बरते जाने के सबूत मिले तो बेबी केयर सेंटर के मालिक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल सेंटर में काम करने वाले डॉक्टरों, नर्सों और स्टाफ कर्मियों से पूछताछ जारी है।
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[12:40 pm, 26/5/2024] Nadeem Ji: ————–