‘पंगा’ तो लिया बयान-वीर खैहरा ने, पूर्वांचली कह रहे कांग्रेस प्रदेश प्रधान के नाते वड़िंग मांगें माफी
लुधियाना 22 मई। लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान के चरम पर पहुंचते ही पंजाब में कांग्रेस को पूर्वांचलियों का विरोध झेलना पड़ रहा है। संगरुर से कांग्रेसी उम्मीदवार सुखपाल खैहरा ने गत दिनों पूर्वांचलियों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया था। जिससे भड़के पूर्वांचलियों ने लुधियाना में भी लोस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
प्रदर्शनकारी काफी संख्या में एकजुट होकर प्रवासी मजदूर संघ के नेता सोनू तिवाड़ी की अगुवाई में वड़िंग के दफ्तर के बाहर रोष जताने पहुंचे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि राजा वड़िंग कांग्रेस के प्रदेश प्रधान हैं। लिहाजा अपनी पार्टी के उम्मीदवार खैहरा की आपत्तिजनक बयानबाजी को लेकर वडिंग को सार्वजनिक तौर पर तमाम पूर्वाचंलियों से माफी मांगनी चाहिए।
लुधियाना में बड़ा है पूर्वांचली-वोट बैंक : यहां गौरतलब है कि साल 2004 के लोस चुनाव में पूर्वांचलियों की अहम भूमिका के चलते कांग्रेसी उम्मीदवार मनीष तिवाड़ी की हार हो गई थी। दरअसल लुधियाना की चार से पांच विधानसभा सीटों पर पूर्वांचली निर्णायक भूमिका में रहते हैं। अगर खैहरा के आपत्तिजनक बयान वाले मुद्दे को विपक्षी तूल देंगे तो इसका सीधा नुकसान लुधियाना में एक बार फिर कांग्रेसी उम्मीदवार राजा वडिंग को हो सकता है।
खैहरा ने क्या दिया था बयान : गौरतलब है कि संगरुर में कांग्रेसी उम्मीदवार सुखपाल खैहरा ने पूर्वांचलियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसे लेकर प्रवासी मजदूर संघ के नेता सोनू तिवाड़ी ने कहा कि खैहरा कांग्रेस के सीनियर नेता हैं। उन्होंने साफ कहा कि अगर हमारी सरकार आएगी तो पंजाब से प्रवासी मजदूरों को मिटा देंगे। उन्हें जीने नहीं देंगे, ऐसे बयान लोकतांत्रिक व्यवस्था में उचित नहीं है।
चन्नी भी दे चुके हैं ऐसा ही बयान : पिछले विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी भी इसी मुद्दे पर विवादों में आए थे। तब चन्नी ने पंजाब में रहने वाले प्रवासी मजदूरों के खिलाफ गलत टिप्पणी की थी। काफी हंगामे के बाद चन्नी को माफी मांगनी पड़ी थी। अब खैहरा के बयान के बाद चुनावी माहौल में कांग्रेस का संकट और बढ़ गया। ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश प्रधान होने के नाते राजा वड़िंग को भी अपने बड़बोले नेताओं की बयानबाजी का बड़ा खमियाजा भुगतना पड़ सकता है।
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