watch-tv

गुरदासपुर में खेला : शिअद नेता रविकरन को पार्टी से निकाला, भाजपा ने बिना देरी किए अपने घर में दी एंट्री

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

इस लोस सीट से रंधावा कांग्रेसी, चीमा अकाली, आप के कलसी और भाजपा के बब्बू हैं चुनावी-मैदान में

गुरदासपुर 16 मई। इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी से गठजोड़ न होने की वजह से शिरोमणि अकाली दल-बादल अकेले मोर्चा संभाल रहा है। ऐसे में ही गुरदासपुर लोस सीट पर अकालियों को बड़ा सियासी-झटका लग गया। यहां से बागी तेवर वाले अकाली नेता रविकरन सिंह काहलों चुनाव में उम्मीदवार बन गए थे। लिहाजा शिअद-सुप्रीमो सुखबीर बादल ने उनको पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निष्कासित कर डाला। बस भाजपा ने बिना देरी किए काहलों को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया।

गुरदासपुर सीट से अकाली उम्मीदवार डॉ.दलजीत सिंह चीमा ने काहलों के निष्कासन की जानकारी फेसबुक के जरिए दी थी। इसके थोड़ी देर बाद ही बीजेपी के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने पार्टी मुख्यालय में उनको सिरोपा पहना दिया।

आरोप-प्रत्यारोप भी शुरु : गुरदासपुर से शिअद जिला प्रधान रमन साधु ने जारी बयान में दावा किया कि काहलों पार्टी विरोधी गतिविधियां कर रहे थे। भाजपा में शामिल हो चुके काहलों ने गंभीर आरोप जड़ते कहा कि पार्टी मुखिया का फैसला उनको मंजूर है, क्योंकि उन्होंने एक बलात्कारी को चुना है और जनसेवा करने वाले को नकारा है। काहलों ने कहा कि हमारा परिवार पिछले 50 साल से राजनीति करके लोगों की सेवा करता आ रहा है। यहां गौरतलब है कि काहलों परिवार का पंजाब की राजनीती में बड़ा नाम रहा है। रविकरण के पिता स्व. निर्मल सिंह काहलों, भूतपूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल करीबी थे, चार बार विधायक, एक बार कैबिनेट मंत्री और विधानसभा के स्पीकर रहे थे। खुद रविकरण पंजाब ट्यूबवेल कॉरपोरेशन के चेयरमैन रहे और पंजाब के माझा इलाके में उनकी खास पहचान है।

————-

 

Leave a Comment