चंडीगढ़ और ट्राइसिटी में भीख मांगने को मजबूर छोटे छोटे बच्चे,

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चंडीगढ़ समेत मोहाली पंचकुला में भी लाइट पॉइंट्स पर हो रही बाल मजदूरी

राहुल मेहता

चंडीगढ़ 15 May – चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में बेखौफ हो रही बाल मज़दूरी.! यह बाल मज़दूरी चंडीगढ़ के सभी लाइट पॉइंट्स पर हो रही है जबकि यहाँ पर हर वक़्त पुलिस जवान तैनात रहते हैं और उनके सामने छोटे छोटे बच्चे लोगो को गुब्बारे और खिलोने लेने को परेशान करते हैं और इतना ही नहीं छोटे छोटे बच्चे लोगो की लाइट्स पर कड़ी गाड़ियों के शीशे साफ़ करते हैं और फिर उन्हें पैसे के लिए मजबूर करते हैं.! ये वो छोटे छोे बच्चे हैं जिनकी अब पढ़ने की उम्र है ना की लोगो के आगे पैसे मांगने की और उनकी गाड़ियों के शीशे साफ़ करने की.! चंडीगढ़ और ट्राईसिटी में चाइल्ड लेबर के सरकारी दफ्तर भी हैं और कई प्राइवेट संस्थाएं भी खुली हुई हैं जो की छोटे छोटे बच्चो को काम करने से रोकते हैं और उनके माता पिता पर करवाई करते हैं जो की उन्हें ऐसे लोगो के आगे भीख मांगने को मजबूर करते हैं.! ऐसे में ना तो चंडीगढ़ पुलिस ने अभी तक कोई कदम उठाया है की नन्हे बच्चो को इसके लिए मना करके उनके घरवालों क्र खिलाफ करवाई करे.! इन छोटे छोटी बच्चो की उम्र पढ़ने लिखने की है ना की इतनी कोहरे जैसी ठण्ड में खिलोने बेचने की और लोगो से भीख मांगने की.!

चंडीगढ़ की सभी लाइट्स पॉइंट पर छोटे छोटे बच्चे लोगो को उन्हें पैसे देने के लिए मजबूर करते हैं और आप सेक्टर 35 चंडीगढ़ लाइट्स पर देख सकते हैं की ऐसे लगता है की यह सभी छोटे छोटे बच्चे अपने माता पिता के साथ यहीं रहते हैं और यहीं से आगे सभी लाइट्स पर खिलोने बेचने और गुब्बारे बेचने जाते हैं ऐसे में पुलिस को इनके घरवालो पर सख्त से सख्त कारवाही करनी चाहिए जो की अपने ऐसे छोटे छोटे बच्चो को कोहरे जैसी पड़ रही ठण्ड में लोगों के आगे हाथ पसारने को कहते हैं.!

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प्रधानमंत्री की राहत पंजाब के बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ एक क्रूर मजाक है: चीमा राज्य के लिए प्रधानमंत्री मोदी की ‘अल्प और अपमानजनक’ बाढ़ सहायता की कड़ी निंदा उन्होंने कहा कि हमारे किसानों, मजदूरों, गरीबों, व्यवसायों और बुनियादी ढांचे को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

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