सड़क हादसे ने इकलौती बेटी व बुजुर्ग मां का इकलौता सहारा छीना
लुधियाना 12 मई। लुधियाना में अनियमित तरीके से वाहन चलाना और फिर सड़क हादसे करना आम होता जा रहा है। हालात यह है कि वाहन चालक कही भी और किसी को भी कुचलकर निकल जाते हैं। पीछे जख्मी को अस्पताल ले जाने की जगह सड़क पर ही मरने को छोड़कर फरार हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला लुधियाना के सूफियां चौक का सामने आया है। जहां पर एक कार चालक ने घर की इकलौती बेटी और इकलौती कमाने वाली युवती को तेज रफ्तार के साथ लापरवाही से टक्कर मार दी। हादसे के सड़क युवती सड़क पर सैर कर रही थी। टक्ककर इतनी जबरदस्त थी कि महिला कई फीट हवा में उछलते हुए दूर जा गिरी। उसे कुचलने के बाद कार आगे जाकर डिवाइडर से टकराकर रुक गई। जिसके बाद चालक वहां पर कार छोड़कर फरार हो गया। परिवार के लोगों ने युवती को अस्पताल दाखिल कराया। लेकिन हालत गंभीर देख उसे दिल्ली अस्पताल ले जाया गया। लेकिन रास्ते में मौत हो गई। मरने वाली युवती की पहचान हरगोबिंद नगर की रहने वाली स्वीटी अरोड़ा के रूप में हुई है। थाना डिवीजन नंबर तीन की पुलिस ने स्वीटी की मां शशिकांत की शिकायत पर अमृतसर सुल्तानविंड के अजमेर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं चर्चा है कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लुधियाना किसी काम से आया हुआ था और वापिस अमृतसर जा रहा था।
घर से जिम के लिए निकली थी स्वीटी
जानकारी के अनुसार स्वीटी सूफियां चौक स्थित यूनिवर्सल जिम में एक्सरसाइज करने जाती थी। रोजाना की तरह वह 10 मई की सुबह करीब छह बजे घर से एक्टिवा पर जिम के लिए निकली। उसने अपनी एक्टिवा जिम के बाहर लगाई। जिम खुलने में समय रहने के चलते वह सड़क पर सैर करने लगी। इसी दौरान कार ने पीछे से आकर उसे टक्कर मार दी।
टक्कर मारने के बाद चालक महिला की नब्ज चैक कर भागा
रिश्तेदारों ने बताया कि चालक टक्कर मारने के बाद भी नहीं रुका और स्वीटी की टांगों को कुचलते हुए निकल गया। आगे जाकर कार असंतुलित होकर डिवाइडर से टकरा गई। जिसके बाद चालक नीचे उतरा और स्वीटी के पास आकर उसकी नब्ज चैक की। जिसके बाद वह उसे लोगों से स्वीटी को अस्पताल ले जाने की बात कहकर भाग निकला। पीछे आ रहे स्वीटी के भतीजे ने उसे खून से लथपथ देखा तो अस्पताल पहुंचा। यह वारदात वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुकी है।
दो भाइयों की मौत के बाद बुजुर्ग का अकेले थी सहारा
शशिकांत ने बताया कि उसके पति सतपाल अरोड़ा की कई साल पहले हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। उनके दो बेटे और स्वीटी इकलौती बेटी थी। कुछ समय पहले दोनों बेटों संजीव और राज कुमार की मौत हो गई थी। स्वीटी एक मोबाइल शॉप में काम करके घर का खर्च चलाती थी। बुजुर्ग मां का स्वीटी ही इकलौता सहारा थी। लेकिन इस हादसे ने वह भी छीन लिया।