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फायर विभाग का यूटर्न, दो बार नोटिस किए जारी, फिर सील का लिखित ऐलान, अब कहा सेफ्टी प्रबंध के लिए दी राहत

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भदौर हाउस में इल्लीगल बने आलीशान होटलों का मामला

फायर विभाग ने पहले भी 2 नोटिस जारी कर प्रबंध करने को कहा, होटल मालिकों ने दिखाया ठेंगा

लुधियाना 7 मई। लुधियाना के भदौर हाउस स्थित ज्यादातर होटल इल्लीगल होने के चलते लगातार सुर्खियों में हैं। दरअसल, लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट द्वारा बेचे गए एससीओ को बाहुबलियों द्वारा आशीसान होटलों में तब्दील कर दिया गया। जिसमें होटल विक्रांत, होटल महाराजा, होटल ग्रेट वॉल और होटल सरताज शामिल हैं। इस मामले में फायर सेफ्टी विभाग द्वारा पहले कार्रवाई करने का दावा किया गया, लेकिन अब विभाग की और से भी अपना यूटर्न ले लिया गया है। विभाग द्वारा पहले मौके पर जाकर इंस्पेक्शन की गई। जिसके बाद होटल मालिकों को दो नोटिस जारी कर फायर सेफ्टी के रूल्स मुताबिक सेफ्टी प्रबंध करने के आदेश दिए। लेकिन आदेश न मानने पर नोटिस जारी किया। जबकि सील करने की कार्रवाई शुरु होने का ऐलान भी किया। लेकिन अब फिर से विभाग द्वारा इंस्पेक्शन करने और बिल्डिंग मालिकों को सेफ्टी प्रबंध करने को कहने की बात कहकर कार्रवाई को टाल दिया गया है। लोगों में चर्चा है कि बाहुबलियों के दबाव के चलते फायर विभाग शांत हो चुका है। जबकि कई लोगों में यह भी चर्चा है कि आपसी सेटिंग के चलते विभाग अब कार्रवाई करने से कतरा रहा है। हालांकि इसकी शिकायत सीएम ऑफिस पहुंच चुकी है। लेकिन फिर भी विभाग आपसी सेटिंग में जुटा है।

पहले इंस्पेक्शन कर चुका विभाग, मामला दबाने को घुमा रहे बातें
जानकारी के अनुसार फायर सेफ्टी विभाग को होटलों के खिलाफ कार्रवाई करने संबंधी पूछने पर विभाग ने खुद कहा था कि इंस्पेक्शन की गई है। लेकिन चार होटल फायर रूल्स मुताबिक नहीं बने और न ही वहां पर सेफ्टी प्रबंध हैं। जिसके चलते मालिकों को सेफ्टी यंत्र लगाने के लिए कहा है। विभाग ने लिखित रूम में यह भी माना था कि उन्होंने 10 जनवरी 2024 को बिल्डिंग मालिकों को नोटिस जारी कर आग बुझाओ यंत्र के प्रबंध करने को कहा था। लेकिन न मानने पर 22 फरवरी को फिर नोटिस जारी किया। लेकिन फिर भी न मानने पर चारों होटल सील करने की कार्रवाई शुरु कर देने की बात कही गई थी।

15 दिन बाद अपनी बात से मुकरा विभाग
जानकारी के अनुसार फायर सेफ्टी विभाग की और से खुद ही होटल मालिकों द्वारा उनके आदेशों के बावजूद न मानने पर सील करने की बात कही गई थी। यह लिखित में जवाब 22 अप्रैल को विभाग द्वारा दिया गया था। जिसके बाद लगातार विभाग द्वारा जल्द एक्शन लेने के दावे किए गए। लेकिन अब मंगलवार को मात्र 15 दिन बाद ही विभाग के अधिकारी यूटर्न ले गए। जिसमें उन्होंने कहा कि वह दोबारा से इंस्पेक्शन करके आए हैं और अभी सील नहीं किया जाएगा।

बाहुबली और अफसरों की आपसी सेटिंग की चर्चाएं
वहीं लोगों में चर्चा है कि वैसे तो फायर सेफ्टी विभाग किसी भी इमारत पर कार्रवाई करने में देरी नहीं करता। लेकिन अब सरेआम इल्लीगल होटलों पर कार्रवाई करने से कतरा रहा है। जबकि इस संबंधी नोटिस जारी करने के बाद विभाग ने खुद सील करने की कार्रवाई शुरु करने का दावा किया था। लोगों में चर्चा है कि बाहुबली मालिकों की अफसरों से आपसी सेटिंग होने के चलते ही शायद विभाग टाल मटोल करने में लगा है।

ट्रस्ट द्वारा बेचे एससीओ पर 30 साल से बने हैं होटल
जानकारी के अनुसार उक्त जमीन लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की थी। ट्रस्ट द्वारा वहां एससीओ बनाकर बेचे गए। जिसमें एक ग्राउंड फ्लौर और उसके ऊपर एक फ्लौर और बना था। होटल मालिकों द्वारा तब तो एससीओ ही लिए गए। लेकिन होटल मालिकों द्वारा बाद में बिना नक्शा पास करवाए इल्लीगल तरीके से 5-6 मंजिलां होटल बना दिए। पिछले करीब 30 साल से बने इन होटलों पर आज तक निगम ने एक्शन नहीं लिया

लोगों को गुमराह कर रहा विभाग
जानकारी के अनुसार एक तरफ इस मामले में शिकायकतकर्ता परमिंदर सिंह द्वारा तीन बार शिकायतें की गई। जिसके बाद फायर विभाग ने एक्शन शुरु किया। जबकि खुद लिखित में पत्र भेजा कि वह सील करने की कार्रवाई शुरु कर सके हैं। लेकिन15 दिन में एक भी होटल सील नहीं हुआ। यानि कि विभाग दस्तावेजों में तो कार्रवाई दिखा रहा है, लेकिन असल में कर नहीं रहा। ऐसे करके विभाग के अफसर लोगों को गुमराह कर रहे हैं।

इंस्पेक्शन कर नियम पूरे करने को कहा – एफएसओ
वहीं फायर विभाग के एफएसओ मनिंदर सिंह ने कहा कि होटलों को सील करने का नोटिस जारी किया था। लेकिन अब दोबारा से इंस्पेक्शन की गई है। होटल मालिकों को फायर सेफ्टी के प्रबंध पूरे करने को कहा है। अगर वह नियम नहीं मानेगें तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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