इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से खरीदे SCO, फिर बना डाले 5 मंजिलां होटल, CM ऑफिस पहुंची शिकायत, फायर विभाग करेगा सील
(राजदीप सिंह सैनी)
लुधियाना 4 मई। लुधियाना में आए दिन अवैध बिल्डिंगों के मामले चर्चाओं पर हैं। शहर का शायद ही कोई ऐसा एरिया होगा जहां पर अवैध बिल्डिंग न हो। जबकि कई इलाकों में अवैध बिल्डिंगें का निर्माण अभी भी जारी है। एक नया मामला लुधियाना के अति भीड़भाड़ वाले एरिया भदौर हाउस का सामने आया है। जहां पर नामी होटल मालिकों द्वारा लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से एससीओ की जमीनें खरीदी गई थी। लेकिन बाद में वहां इल्लीगल 1-2 नहीं बल्कि 5 से 6 मंजिलां आलिशान होटल बना डाले। जबकि नगर निगम से चंद कदमों की दूरी पर सभी होटल स्थित हैं। लेकिन कई साल बीतने के बाद भी नगर निगम ने इसमें एक्शन नहीं लिया। मगर अब फायर सेफ्टी यंत्र पूरे न होने के चलते फायर विभाग की और से उक्त होटलों को सील करने की कार्रवाई शुरु की जा रही है। जिसके चलते विभाग ने नोटिस भी जारी कर दिया है। जिसमें कहा गया है कि उन्हें जिन होटलों की जानकारी मिली है, उन्हें सील किया जा रहा है। जिसके चलते जल्द सभी होटलों को सील कर दिया जाएगा। इन होटलों में होटल विक्रांत, होटल महाराजा, होटल ग्रेट वॉल और होटल सरताज शामिल हैं। हैरानी की बात तो यह है कि भदौर हाउस इलाके में हर समय भारी संख्या में लोग मौजूद रहते हैं। लेकिन इसके बावजूद भी इतनी बड़ी इमारतें बना होटल मालिक अपनी दुकानदारी चलाने में जुटे हैं। जबकि बताया जा रहा है कि यह होटल करीब 30 साल पुराने बने हुए हैं।
सीएम ऑफिस में पहुंची शिकायत
जानकारी के अनुसार इस मामले संबंधी परमिंदर सिंह की और से सीएम पंजाब, सेक्रेटरी लोकल बॉडी डिपार्टमेंट, एसडीएम ईस्ट, नगर निगम कमिश्नर और फायर विभाग को शिकायत दी थी। इस मामले संबंधी तीन बार शिकायत दी गई। जिसके बाद फायर विभाग द्वारा सभी होटलों की चैकिंग भी की गई।
तीन बार शिकायतें देने के बाद भी नहीं जागा निगम
परमिंदर सिंह मुताबिक उनकी और से मामले संबंधी करीब छह महीने से शिकायतें दी जा रही है। अब तक तीन शिकायतें दी जा चुकी है। लेकिन नगर निगम की और से एक बार भी न तो शिकायत का जवाब दिया गया और न ही कोई एक्शन लिया गया। जबकि दूसरी तरफ फायर विभाग द्वारा इसमें कार्रवाई शुरु कर दी गई।
ट्रस्ट से एससीओ खरीद 30 साल से चला रहे इल्लीगल होटल
जानकारी के अनुसार उक्त जमीन लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की थी। ट्रस्ट द्वारा वहां एससीओ बनाकर जमीनें बेची गई। होटल मालिकों द्वारा तब तो एससीओ ही लिए गए। यानि कि शॉप कम ऑफिस बनाए जाने थे। जो कि मात्र 1 या 2 मंजिलां हो सकते हैं। लेकिन होटल मालिकों द्वारा बाद में बिना नक्शा पास करवाए इल्लीगल तरीके से 5-6 मंजिलां होटल बना दिए।
पहले चरण में यह चार होटल होंगे सील
पहले चरण में फायर सेफ्टी विभाग की और से चार होटलों को सील किया जाएगा। इन होटलों में होटल विक्रांत, होटल महाराजा, होटल ग्रेट वॉल और होटल सरताज शामिल हैं। पहले विभाग द्वारा इन पर सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी। जिसके बाद वहां पर मौजूद अन्य होटलों की चैकिंग की जाएगी। जिसके बाद अगर वहां पर भी सेफ्टी के प्रबंध न हुए तो उन्हें सील कर दिया जाएगा। अब देखना होगा कि विभाग पहले चरण में चार होटलों को कब सील करता है।
दो बार नोटिस भेजने पर भी नहीं किए फायर सेफ्टी प्रबंध
जानकारी के अनुसार फायर सेफ्टी विभाग को शिकायत मिलने के बाद उनकी और से होटल मालिकों को 10 जनवरी 2024 को नोटिस जारी किया गया। जिसमें उनकी और से होटल में सभी फायर सेफ्टी यंत्र पूरे करने के आदेश दिए गए थे। लेकिन फिर भी होटल मालिकों ने दिखाया फायर विभाग को ठेंगा दिखा दिया। जिसके बाद विभाग ने 22 फरवरी को दोबारा नोटिस जारी किया। लेकिन फिर भी होटल मालिक नहीं सुधरे। जिसके चलते फायर सर्विस रूल्स के मुताबिक अब फायर विभाग इन्हें सील करने जा रहा है।
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