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यूक्रेन के एंबेसडर बने लुधियाना में जन्में मानव सचदेवा, पहुंचे अपने शहर

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यूक्रेन प्रेजिडेंट से मुलाकात के दौरान हुआ दूसरा हमला, सात दिन बंकरों में रहे, हमले के दौरान भी यूक्रेन दूसरे देशों को बांट रहा फ्री आनाज

लुधियाना 26 अप्रैल। लुधियाना के नाम पर एक और बड़ी उपलब्धि हुई है। दरअसल, लुधियाना में जन्में समाजसेवी मानव सचदेवा को यूक्रेन की और से अपना एंबेसडर नियुक्त किया गया। उन्हें यूक्रेन ग्रेन फॉर यूक्रेन प्रोग्राम का एंबेसडर बनाया गया है। इस प्रोग्राम के तहत युक्रेन जरुरतमंद देशों को फ्री आनाज देगा। शहर के जन्में समाजसेवी मानव सचदेवा शुक्रवार को लुधियाना पहुंचे। जहां पर उन्होंने बचपन की यादों के साथ साथ देशों विदेशों में जाकर हासिल की उपब्धियों के बारे में जानकारी दी। इसी के साथ उन्होंने अपनी जिंदगी के कुछ पलों को याद किया और यूक्रेन पर हुए रूस के हमले के दौरान क्या हालात रहे, उसकी भी विस्तार से जानकारी दी। समाजसेवी मानव सचदेवा ने बताया कि उनका जनम लुधियाना में हुआ। लुधियाना की पुरानी सब्जी मंडी एरिया में वह माता पिता समेत रहते थे। जबकि उनके माता पिता कपूर अस्पताल में जॉब करते थे। लेकिन छोटी उम्र में ही वह अमेरिका चले गए थे। सचदेवा रूस, फारसी, स्पेनिश, फ्रेंच, पंजाबी, हिंदी, उर्दू और इंग्लिश की 8 भाषाएं जानते हैं।

कई साल किया यूनाइटेड नेशन में काम
मानव सचदेवा ने बताया कि नौजवान रहते हुए वह अमेरिका चले गए। बचपन से ही उनके मन में समाज सेवा करने का शौंक था। जिसके चलते वह उसी रास्ते पर चले। उनकी और से कई साल तक यूनाइटेड नेशन में काम किया। वह पिछले 25 साल से इसी लाइन में हैं। इस लंबे समय में उन्होंने अफगानिस्तान, मीडल ईस्ट, यूक्रेन, अफरीका समेत कई देशों में जाकर सेवा की।

ग्रेन फ्रॉम यूक्रेन प्रोग्राम का यह है मुख्य मकसद
सचदेवा ने बताया कि वल्ड वॉर से पहले यूक्रेन भारी संख्या में आनाज व अन्य पदार्थ अलग अलग देशों में सप्लाई करता था। यूक्रेन में भारी संख्या में आनाज की सप्लाई होती है। लेकिन रूस हमले के दौरान यूक्रेन की फसल खराब हो रही है। यू.एन. की और से इस संबंधी पूछने पर यूक्रेन ने कहा कि वह जरुरतमंद देशों को फ्री आनाज सप्लाई करेगा। जिसके चलते आनाज सप्लाई होना शुरु हो चुका है। इसी प्रोग्राम का मानव सचदेवा को एंबेसडर बनाया गया है। ताकि उनकी देखरेख में लोगों की सेवा हो सके।

यूक्रेन मुश्किल में आने के बावजूद कर रहा लोगों की सेवा
यूएन की रिपोर्ट मुताबिक 82 देश ऐसे हैं, जहां रोटी खाने के लिए आनाज नहीं है। जिसके चलते यूक्रेन अब तक अफ्रीकन कंट्री, अफगानिस्तान, नाइजीरिया समेत 10 देशों में 9 शिपिंग आनाज सप्लाई कर चुका है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन मुसीबत में हैं, लेकिन फिर भी वह लोगों की सेवा कर रहा है। उनकी इस भावना को देख काफी अच्छा लगता है।

प्रेजिडेंट ने दूसरे हमले के बावजूद की मीटिंग
सचदेवा बताते हैं कि उन्हें इस प्रोग्राम के लिए यूक्रेन प्रेजिडेंट व्लादिमीर जेलेंस्की के साथ मीटिंग के लिए बुलाया गया। मीटिंग से पहले हुआ, तो उन्होंने प्रेजिडेंट से मीटिंग कैंसिल करने को कहा। लेकिन प्रेजिडेंट जेलेंस्की ने मीटिंग कैंसिल नहीं की। इस दौरान कैबिनेट मीटिंग चल रही थी कि रूस ने दूसरा हमला किया। तब लगा कि शायद मिसाइल उन पर गिर सकती है। लेकिन सब सेफ रहे। सचदेवा बताते हैं कि हालात बिगड़ने पर वह सात दिन तक बंकर में छिपकर भी रहे हैं।

लाइफ फॉर सर्विस की लिख चुके हैं किताब
मानव सचदेवा ने बताया कि वह हमारे गुरुओं द्वारा बताए लोगों की सेवा करने के मार्ग पर चल रहे हैं। उन्होंने लाइफ फॉर सर्विस बुक भी लिखी है, जबकि वह पोएट्री की किताब भी लिख चुके हैं। सचदेवा कहते हैं कि हमारी जिंदगी सिर्फ हमारे लिए नहीं बल्कि लोगों की सेवा करने के लिए भी हैं। इस लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की सेवा करें। उन्होंने कहा कि यूक्रेन एक शांतिमई देश है। वह देश ज्यादा अमीर नहीं है। लेकिन वह खुद को डवेलप कर रहा था। उसे बढ़ने से रोकने के लिए रुस ने हमला किया। जबकि अभी भी वॉर जारी है। लेकिन इससे आम जनता को भारी नुकसान हो रहा है।

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