पेंशनरों ने मान सरकार, पीएयू प्रशासन को चेतावनी
दी, अगर सुनवाई न हुई तो 3 मई को फिर धरना देंगे
लुधियाना 26 अप्रैल। यहां पीएयू पेंशनर्स एंड रिटायरीज वेलफेयर एसोसिएशन ने यूनिवर्सिटी कैंपस में थापर हॉल के बाहर धरना लगाया। पेंशनरों ने अपनी लंबित मांगें पूरी न होने के विरोध तीखा रोष जताया।
रोष धरने को संबोधित करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष कॉ. डीपी मौड़ ने कहा कि वे लंबे समय से अपनी मांगों के लिए पीएयू प्रशासन और पंजाब सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। जिसमें जनवरी, 2016 से जून, 2021 के बीच सेवानिवृत्त लोगों के लिए संशोधित दरों पर छुट्टी नकदीकरण और ग्रेच्युटी शामिल है। जनवरी, 2024 का एलटीए; वरिष्ठ एवं कनिष्ठों के मामलों का समाधान; पंजाब सरकार के पेंशनभोगियों की तरह महीने की पहली तारीख को पेंशन सुनिश्चित की जाए।
मौड़ ने कहा कि इनके अलावा चिकित्सा बिलों का समय पर भुगतान; भारतीय स्टेट बैंक में सीधे भुगतान की जाने वाली पेंशन और एचडीएफसी बैंक को इस प्रक्रिया से बाहर किया जाना चाहिए। धरने का संचालन करते कॉ. जोगिंदर राम ने कहा कि यदि सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन उपरोक्त मुद्दों का समाधान नहीं करते हैं तो 3 मई को एक और धरना आयोजित किया जाएगा।
धरने को संबोधित करने वालों में पीएयू कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कॉमरेड बलदेव सिंह वालिया और मनमोहन सिंह, परमजीत गिल, जयपाल सिंह, कुलदीप सिंह, सतनाम सिंह, डॉ. गुलजार पंधेर शामिल रहे। एटक लुधियाना के महासचिव कॉ. एमएस भाटिया ने भी सभा को संबोधित किया। धरने में भाग लेने वाले अन्य प्रमुख लोगों में सुश्री सपत कला, मंजीत कौर, जयपाल, शिव कुमार, दर्शन सिंह, राजिंदर सिंह, परषोतम सिंह, भरपुर सिंह, रमेश मसंद और बीर सिंह शामिल रहे।
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