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लुधियाना में कंपाउंडिंग के खेल में हो रहा अवैध बिल्डिंगों का निर्माण, सरकार से ज्यादा राजनेताओं व अफसरों को हो रहा फायदा

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साउथ सिटी रोड पर छह बिल्डिंगों का नक्शा पास करवा, बनाई जा रही एक इमारत

लुधियाना 24 अप्रैल। लुधियाना में धड़ल्ले से अवैध बिल्डिंगों का निर्माण हो रहा है। यह निर्माण किसी और की तरफ से नहीं बल्कि नगर निगम और राजनेताओं की मिलीभगत से कराया जा रहा है। दरअसल, कंपाउंडिंग के खेल में यह अवैध इमारतें बन रही है। जबकि इसका फायदा पंजाब सरकार से ज्यादा राजनेताओं और अफसरों को हो रहा है। इसकी ताजा उदाहरण साउथ सिटी रोड पर पुष्प विहार के बाहर और बकलावी रेस्त्रां के साथ बन रही अवैध बिल्डिंग है। उक्त बिल्डिंग में सरेआम 1-2 नहीं बल्कि कई नियम तोड़कर निर्माण किया जा रहा है। जिसके बावजूद भी नगर निगम जोन-डी की बिल्डिंग ब्रांच इस पर एक्शन लेने को तैयार ही नहीं है। लोगों में चर्चा है कि निगम की चुपी से साफ जाहिर हो रहा है कि आपसी सेटिंग के चलते यह खेल खेला जा रहा है। जबकि इस बिल्डिंग में भी निगम के उच्च अफसरों से लेकर नीचे सत्र के मुलाजिमों और राजनेताओं द्वारा कंपाउंडिंग की आढ़ में बड़ा खेल खेला गया है। दरअसल, नगर निगम के पास छह कमर्शियल बिल्डिंगों के नक्शे पास करवाए गए हैं। लेकिन मौके पर छह नक्शे जोड़कर एक तैयार किया जा रहा है। जबकि एक भी बिल्डिंग और उसका नक्शा दूसरी बिल्डिंग से जोड़कर बनाने का कोई नियम ही नहीं है।

छह नामों से पास हुए छह नक्शे, अब जोड़कर बन रहा एक
उक्त बिल्डिंग में हाउसलाइन छोड़ना तो दूर की बात है, बल्कि मालिक द्वारा एक के बाद एक कई नियम तोड़े गए हैं। बिल्डिंग मालिक की और से नगर निगम से छह अलग अलग नामों से छह नक्शे पास करवाए गए थे। जिसमें छह बिल्डिंगें बनाई जानी थी। लेकिन बाद में छह इमारतों को जोड़कर एक बनाई जा रही है। वह भी अब तीसरी मंजिल तक बन चुकी है। लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि इस तरह अवैध निर्माण करने वाले बाहुबली लोगों पर आखिर निगम जोन-डी एक्शन लेने से डर क्यों रहा है।

शिकायत के बाद जागा निगम, फीस लेकर फिर सोया
दरअसल, छह बिल्डिंगों को जोड़कर एक बनाने के मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट कुलदीप सिंह खैरा द्वारा शिकायत की गई थी। तब इस बिल्डिंग की सिर्फ बेसमेंट बनाई जा रही थी। जिसके बाद निगम की बिल्डिंग ब्रांच जागी और बेसमेंट को कंपाउंड कर 12.48 लाख रुपए फीस जमा करवा ली। जबकि तब छह बिल्डिंगों के नक्शे पास होने पर छह बेसमेंट बननी चाहिए थी। लेकिन निगम ने शर्त रखी कि बेसमेंट एक कर लो, मगर ऊपर इमारतें छह बना लो। यानि के निगम खुद इस घोटाले में जिम्मेवार है। जिसके बाद अब उक्त इमारत एक करके तीन मंजिलें बन गई, लेकिन अभी तक निगम जागा ही नहीं है।

कागजों में खेल करने में जुटा निगम
नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच बेशक दस्तावेजों में बिल्डिंग पर कार्रवाई करती दिखा रही है। लेकिन कागजों में वह बड़ा खेल करते हुए सिर्फ अपने आप को बचाने में जुटी है। निगम द्वारा 19 फरवरी 2024 को एक नोटिस बिल्डिंग के बाहुबली मालिक खिलाफ जारी किया। जिसमें कहा कि आपकी बेसमेंट की फीस जमा करवाकर कई शर्तें रखकर और नक्शों के मुताबिक बिल्डिंगें बनाने को कहा था। लेकिन फिर भी नियम तोड़े जा रहे हैं। जिसके बाद हिदायत की जाती है कि नक्शे मुताबिक निर्माण किया जाए। जबकि उक्त नोटिस को जारी कर बाहुबली बिल्डिंग मालिक के पास भेजा गया। लेकिन बिल्डिंग मालिक ने लेने से इंकार कर दिया, जिसके बाद निगम ने नोटिस पर ही लिखा कि वह नोटिस बिल्डिंग की दीवार पर चिपका कर वह आ गए हैं। यह नोटिस जोन-जी के बिल्डिंग इंस्पेक्टर ने जारी किया था। हालांकि दो महीने बीतने के बाद निगम ने इसकी सार ही नहीं ली। यानि कि निगम दस्तावेजों में तो खुद का बचाव करने में जुटा है। असलियत में खुद ही मालिक के साथ मिलकर निर्माण करवा रहा है।
ऐसे निगम करता है कंपाउंडिंग फीस में खेल
दरअसल, नगर निगम द्वारा शहर में कही भी इल्लीगल कमर्शियल बिल्डिंग बनाने के लिए परमिशन दे दी जाती है, फिर चाहें वे एक मंजिलां हो, चाहे 10 मंजिलां। जब कोई बिल्डिंग खिलाफ आवाज उठाता है तो निगम का कहना होता है कि उन्हें पता ही नहीं है। जिसके बाद बिल्डिंग मालिक को कुछ रुपए कंपाउंडिंग चार्ज लेकर उसे लीगल करार दिया जाता है। उक्त चार्ज सरकारी खजाने में जमा करवा दिए जाते हैं, जबकि निगम अफसर और राजनेता कार्रवाई का डर दिखाकर खुद उससे दो से तीन गुना पैसे लेकर शांत हो जाते हैं। जिसके बाद बिल्डिंग दोबारा से बननी शुरु हो जाती है और अगर फिर से कोई आवाज उठाए तो कंपाउंडिंग की बात कहकर चुप करवा दिया जाता है। ऐसा खेल लुधियाना में चल रहा है। ऐसे हालात लुधियाना के लोहारा स्थित ग्लोबल स्पार्क इंटरनेशनल स्कूल में देखने को मिले।

राजनेताओं और निगम अफसरों ने कंपाउंडिंग चार्ज को बनाया धंधा
बता दें कि कंपाउंडिंग चार्ज इस लिए शुरु किए गए थे ताकि अगर कोई अवैध निर्माण करे तो उसे सजा के रुप में जुर्माना लगाया जा सके। ताकि वह उसके बाद अवैध निर्माण न करें। लेकिन लुधियाना में राजनेताओं और निगम अफसरों ने कंपाउंडिंग चार्ज को धंधा ही बना लिया है। लोगों को बिल्डिंगें बनाने की परमिशन दे दी जाती है और फिर खुद मोटी कमाई की जाती है। इससे जो लोग लीगल काम कर रहे हैं, वह खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

निगम कमिश्नर भी चुप, बन गई तीन इमारतें
निगम कमिश्नर संदीप ऋषि से इस मामले संबंधी बातचीत करने की कोशिश की जाती है, तो वह हर बार जांच करने व देखकर बताने की बात कहते हैं। लेकिन फिर जवाब नहीं मिलता। जबकि उनके देखते देखते ही तीन मंजिलां इमारत बन गई।

मैंने निगम कमिश्नर को एक्शन लेने को कहा हैं
इस संबंधी हलका वेस्ट विधायक गुरप्रीत गोगी से संपर्क किया गाय। उन्होंने कहा कि इस संबंध में निगम कमिश्नर संदीप ऋषि को एक्शन लेने के लिए कहा गया है। उन्हें कहा कि अगर उक्त बिल्डिंग में किसी तरह के नियम तोड़े हुए गए हैं, तो तुरंत गिराया जाए।

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