उड़दी-उड़दी
ह्रदय-परिवर्तन का लास्ट-राउंड, कोई तो सुध ले
लोकसभा चुनाव के लास्ट-राउंड में पंजाब में भी वोटिंग होनी है। लिहाजा यहां चुनाव का काउंट-डाउन जारी होने के साथ प्रमुख दलों के उम्मीदवारों की लिस्ट आने का भी लास्ट-राउंड जारी है। ऐसे में हालात बॉलीवुड की किसी संस्पेंस कम थ्रीलिंग वाली फिल्म जैसे बने हैं। सियासी-बाजार में जोरों की चर्चा है कि फलां नेताजी बंधु में से एक को तो सारी पार्टियां ह्रदय-परिवर्तन करा अपना उम्मीदवार बनाने को तैयार हैं।
दूसरी तरफ, खबरची सियासी-कैंपों से चटखारेदार जानकारी उड़ाकर लाया। बताने लगे कि जिन नेताजी बंधु का सियासी-भाव चढ़त में बताया जा रहा है, हकीकत में तो उनका ग्राफ सेंसेक्स वाले स्टाइल में धड़ाम से गिर चुका है। जिस भी कैंप में जा रहे हैं, पार्टी हाईकमान भी डरे हुए इन्वेस्टर्स की तरह इंकार कर देता है। ऐसा ही हाल और कई रुठे-बागी नेताओं का है। नए कैंप में जाकर अपनी जीत सौ परसेंट पक्की होने के दावे करने और अपने कैरियर की दुहाई देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।
कुछ पार्टी हाईकमान वफादारी की बेमतलब बातों को इग्नोर कर उनसे लाख टके का सवाल कर रहे हैं कि तुमको भला जनता क्यों जिताएगी ? जब उनसे वफा ना की तो हमारा साथ क्या निभाएंगे। हम भी जनता की नब्ज टटोलकर बाद में बताएंगे, अरे ! जरा ठहरो, चरणों से उठे तो, सब्र करो…।—–(नदीम अंसारी)
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