काम की खबर : गेहूं सीजन में आगजनी रोकने को पीएसपीसीएल ने 425 शिकायतें फौरन निपटा दीं

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कंट्रोल रुम में 24 घंटे कर सकते हैं कंप्लेंट
फोन कॉल या व्हट्सएप मैसेज के जरिए

लुधियाना/12 अप्रैल। गेहूं की कटाई का मौसम पूरे जोरों पर है, इस दौरान पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) भी पूरी तरह अलर्ट है। किसानों की फसलों की आगजनी से सुरक्षा के लिए 26 मार्च को बनाए कंट्रोल रुम में अब तक 425 दर्ज शिकायतें हल हो चुकी है।
गौरतलब है कि ओवरहेड स्पार्किंग की घटनाओं से संबंधित कोई भी शिकायत इस कंट्रोल रुम में की जा सकती है। जहां से सूचना मिलने पर विभागीय टीमें खेतों में लगे बिजली के तारों व ट्रांसफार्मर में स्पार्किंग से आगजनी की घटनाएं रोकने के लिए लाइनों, जंपर्स और आइसोलेटर्स की तत्काल बहाली जैसी कार्रवाई करती हैं। पीएसपीसीएल के प्रवक्ता ने खुलासा किया कि नियंत्रण कक्ष में प्राप्त शिकायतों की समय पर समाधान सुनिश्चित करने के लिए उप मुख्य अभियंता स्तर के अधिकारी द्वारा कड़ी निगरानी की जाती है। नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे चालू रहता है। ताकि मेहनती किसानों द्वारा उगाई फसलों की सुरक्षा पीएसपीसीएल के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।

जिन किसानों को स्पार्किंग की घटनाओं की रिपोर्ट करने की आवश्यकता है, वे तुरंत नियंत्रण कक्ष से 9646106835, 9646106836 और 1921 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, किसान ओवरहेड स्पार्किंग की घटनाओं, स्थानों की तस्वीरें व्हाट्सएप नंबर 9646106835, 36 पर भेज सकते हैं। इ
स दौरान, पीएसपीसीएल ने सिफारिशें जारी की हैं किसानों को बिजली लाइनों में अपनी गेहूं की फसल की सुरक्षा बनाए रखने के लिए सतर्क रहना चाहिए। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे बिजली लाइनों के पास तंबाकू या सिगरेट का सेवन न करें। बांस या झाड़ियों के पास विद्युत लाइन को नहीं छेड़ना चाहिए। अनाधिकृत व्यक्तियों को जंपर्स के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए। गेहूं के खेतों के पास पराली में आग नहीं लगने देनी चाहिए। कटाई कंबाइन केवल दिन के दौरान ही चलनी चाहिए। कटाई कंबाइनों से कीलें हटाते समय सावधानी बरतनी चाहिए। इस दौरान हार्वेस्टिंग कंबाइन खंभों, बिजली लाइनों या गाड़ियों के संपर्क में नहीं आनी चाहिए। इसी प्रकार, गेहूं को आग की घटनाओं से बचाने के लिए अग्नि सुरक्षा उपाय भी बनाए रखे जाने चाहिए।
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हरजोत सिंह बैंस और दीपक बाली द्वारा बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस से संबंधित समागमों के लिए निमंत्रण चंडीगढ़, 8 नवंबर पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस और पर्यटन व सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सलाहकार श्री दीपक बाली ने आज राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान श्री बैंस ने बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से 23 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में होने वाले “सर्व धर्म सम्मेलन” में शामिल होने की अपील भी की। यह सम्मेलन श्री गुरु त़ेग बहादुर जी की धर्म (हक-सच) की रक्षा के लिए दी गई शहादत और आपसी भाईचारे के संदेश के व्यापक प्रसार के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। श्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की विरासत को पूर्ण श्रद्धा और सच्चे दिल से नमन करने के लिए इस समागम में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक हस्तियों की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की अनुपम शहादत और अमर विरासत को नमन करते हुए विनम्रता से पंजाब सरकार के निमंत्रण को स्वीकार किया। —

हरजोत सिंह बैंस और दीपक बाली द्वारा बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस से संबंधित समागमों के लिए निमंत्रण चंडीगढ़, 8 नवंबर पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस और पर्यटन व सांस्कृतिक मामलों के विभाग के सलाहकार श्री दीपक बाली ने आज राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों को श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान श्री बैंस ने बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से 23 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब में होने वाले “सर्व धर्म सम्मेलन” में शामिल होने की अपील भी की। यह सम्मेलन श्री गुरु त़ेग बहादुर जी की धर्म (हक-सच) की रक्षा के लिए दी गई शहादत और आपसी भाईचारे के संदेश के व्यापक प्रसार के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। श्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की विरासत को पूर्ण श्रद्धा और सच्चे दिल से नमन करने के लिए इस समागम में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक हस्तियों की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने श्री गुरु त़ेग बहादुर साहिब जी की अनुपम शहादत और अमर विरासत को नमन करते हुए विनम्रता से पंजाब सरकार के निमंत्रण को स्वीकार किया। —