डेंगू-प्रकोप से पहले सेहत महकमा अलर्ट-मोड पर
लुधियाना/10 अप्रैल। जलवायु परिवर्तन के कारण डेंगू और अन्य बीमारियों के खतरे को ध्यान में रखते हुए सेहत महकमा अलर्ट हो गया है। सिविल सर्जन डॉ. जसबीर सिंह औलख की अगुवाई में महकमे की टीमें इनसे बचाव के इंतजामों में जुट गई हैं।
उनके मुताबिक गर्मी का मौसम शुरू होने के साथ ही वेक्टर जनित (मच्छर जनित बीमारियों) की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की एटी लार्वा टीमों ने घर-घर जाकर डेगू केसों और मच्छरों की खोज के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। अंडे देने वाले लार्वा को नष्ट किया जा रहा है। डेंगू बुखार एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है, जो साफ खड़े पानी में पनपता है।
डेंगू से बचाव को लेकर डॉ. औलख ने कहा कि घर के आसपास पानी जमा न होने दें। घरों की छतों पर कूलरों, गमलों, फ्रिज की ट्रे, पानी की टंकियों और टूटे हुए बर्तनों और टायरों में जमा पानी को नष्ट कर दें। डेंगू मच्छर के काटने से तेज बुखार, तेज सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, उल्टी, त्वचा पर निशान, आंखों में दर्द, मसूड़ों और नाक से खून आता है। इसकी जांच सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शुल्क की जाती है।
उन्होंने डेगू से बचाव के लिए आगाह किया कि मच्छरों के काटने से बचाव के लिए शरीर को पूरी तरह ढंककर रखना चाहिए। रात को सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए। मच्छर भगाने वाली क्रीम, उपकरण और मच्छर निरोधक का प्रयोग करना चाहिए। आम जनता से भी स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करने की अपील की।
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