इसरो के प्रेसिडेंट के साथ स्कूल की गवर्निंग काउंसिल
के अध्यक्ष राकेश भारतीय मित्तल ने अपने विचार रखे
दिनेश मौदगिल
लुधियाना/9 अप्रैल। यहां सतपॉल मित्तल स्कूल ने अपनी स्थापना के 20 वर्ष पूरे होने पर भव्य समारोह का आयोजन किया। इस समारोह में स्कूल ने युवाओं को शिक्षित करने और सीखने-सिखाने की नई परंपराओं को बढ़ावा देने के अपने 20 साल के सफर का जश्न मनाया।
इस खास मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष, डॉ.एस. सोमनाथ उपस्थित रहे। उनके साथ स्कूल के गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष राकेश भारती मित्तल भी इस उत्सव का हिस्सा बने। इसरो के अध्यक्ष डॉ.एस.सोमनाथ ने भविष्य के नेताओं को आकार देने में सतपॉल मित्तल स्कूल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मैं स्कूल की उल्लेखनीय यात्रा से प्रेरित हूं, जो एक प्रकाशस्तंभ बन गया है। उत्तरी भारत में शैक्षिक उत्कृष्टता ,जिम्मेदार नागरिकों और सशक्त नेताओं को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता को देखकर खुशी होती है।
वह बोले कि जो चीज मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित करती है, वह स्कूल का दृष्टिकोण है। जो छात्रों को 21वीं सदी के कौशल के साथ-साथ नैतिक मूल्यों से भी भरता है और प्रगतिशील शिक्षा का एक उल्लेखनीय उदाहरण स्थापित करता है। यह स्पष्ट है कि शिक्षा, खेल और सामुदायिक सेवा में उत्कृष्टता के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता प्रत्येक छात्र को सार्थक प्रभाव डालने के लिए सशक्त बना रही है। मुझे विश्वास है कि वे आने वाले कई वर्षों तक छात्रों को प्रेरित और सशक्त बनाते रहेंगे।
राकेश भारती मित्तल ने अपने संबोधन में, स्कूल के पिछले दो दशकों के सफर के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि स्कूल ने कैसे अपने छात्रों के भविष्य को संवारने में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि दो दशक पहले, हमने एक उल्लेखनीय यात्रा शुरू की। जिसमें हमारे छात्रों के दिमाग, शरीर और उनके अंदरूनी व्यक्तित्व को विकसित करने लायक माहौल बनाना हमारा मकसद था। आज, मुझे यह देखकर गर्व होता है कि न केवल हमारी यह सोच हमारे कुशल छात्रों और उनकी कई उपलब्धियों के रूप में सामने आई है, बल्कि इस काम में कुछ नया करने और बदलाव लाने का हमारा जोश भी कम नहीं हुआ है।
—————