कुछ बड़ी घोषणाएं, पंजाब में कितना होगा असर
सियासी हल्कों में शुरु हो गईं हैं ये सियासी चर्चाएं
लुधियाना/5 अप्रैल। शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना 48 पेज का घोषणा पत्र जारी किया। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी सुप्रीमो सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ राहुल गांधी और मेनिफेस्टो कमेटी के प्रेसिडेंट पी.चिदंबरम ने 5 न्याय और 25 गारंटी वाले इस घोषणापत्र को सामूहिक तौर पर जारी किया। पार्टी के घोषणा पत्र में मजदूरी 400 रुपए दिन करने, गरीब परिवार की महिला को साल में 1 लाख रुपए देने, MSP को कानून बनाने और जाति जनगणना कराने का खास जिक्र है।
यहां गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में युवा, महिला, मजदूर और किसान पर फोकस किया है। इन सभी वर्गों के लिए अलग-अलग तरह की स्कीम्स का वादा किया गया है। पार्टी ने कहा है कि उसका घोषणा पत्र वर्क, वेल्थ और वेलफेयर पर आधारित है। यहां वर्क के मायने रोजगार, वेल्थ के मायने आमदनी और वेलफेयर के मायने सरकारी स्कीम्स के फायदे दिलाना है। इसमें कुछ अहम बातें शामिल की गई हैं। जैसे वन नेशन वन इलेक्शन का विरोध, लोकसभा और विधानसभा चुनाव तय समय पर ही करवाएंगे। मतदान ईवीएम के जरिए होंगे, लेकिन वीवीपैट की पर्ची से मिलान किया जाएगा। 10वीं अनुसूची में संशोधन का वादा किया। जिसके तहत दलबदल करने पर विधानसभा या संसद की सदस्यता खुद समाप्त हो जाएगी। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां सख्ती से कानून के अनुसार काम करेंगी। हर मामले को संसद या राज्य विधानमंडलों की निगरानी में लाया जाएगा।
जहां तक पंजाब का सवाल है तो अब इसे लेकर सियासी-चर्चाएं भी शुरु हो गई हैं। राजनीतिक-विशेषज्ञ यही आंकलन कर रहे हैं कि कांग्रेस का चुनावी घोषणापत्र पंजाब की जनता को कितना प्रभावित कर पाएगा।
————