लोस चुनाव में आप नेताओं को भारी पड़
सकती है निगम मुलाजिमों की नाराजगी
लुधियाना/4 अप्रैल। यहां सबसे ज्यादा रेवेन्यू बटोरने वाले महकमे नगर निगम की हेल्थ ब्रांच काफी दिनों से बदहाल नजर आ रही है। छह महीने से वेतन न मिलने से मुलाजिमों में बढ़ा रहा रोष अब फूटने लगा है। गौरतलब है कि गत दिवस निगम मुख्यालय पर हेल्थ ब्रांच के मुलाजिमों ने रोष प्रदर्शन भी किया था। उनकी अगुवाई संघर्ष कमेटी के प्रधान अश्विनी सहोता कर रहे थे। उनका इलजाम था कि हेल्थ ब्रांच की गलती की वजह से मुलाजिम बेहाल है, ब्रांच स्तर पर ही वेतन रोककर रखा गया है। वेतन न मिलने की वजह से मुलाजिमों के घरों में खाना बनाना भी मुश्किल हो गया है।
घोटाले का आरोप : सहोता ने यह बड़ा इलजाम भी लगया कि मुलाजिमों के वेतन के साथ घोटाला हो रहा है, जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, इस मामले में निगम कमिश्नर संदीप ऋषि के मुताबिक इस मामले की जांच जॉइंट कमिश्नर को सौंपी गई है। ताकि पता लग सके कि आखिर किस वजह से वेतन जारी नहीं हो सके।
सत्ताधारी बेखबर, विपक्षी भी चुप : लोकसभा चुनाव सिर पर हैं, ऐसे में यहां वेतन न मिलने से खफा निगम मुलाजिमों की नाराजगी सत्ताधारियों यानि आप के स्थानीय नेताओं को भारी पड़ सकती है। अपने उम्मीदवार के हक में वोट मांगने के लिए उनको ही जनता से सीधे संपर्क करना है। दूसरी तरफ, विपक्षी दलों के नेता तक इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हैं। हैरानी की बात है कि सीधे आम आदमी से जुड़े मुद्दे पर भी विपक्षी उनके हक में बोलने के लिए आगे नहीं आ सके। ऐसे में निगम मुलाजिम सत्ताधारियों के साथ ही विपक्षियों को भी सबक सिखा सकते हैं, क्योंकि अब नोटा का विकल्प मतदाता बखूबी इस्तेमाल करने लगे हैं।
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