लुधियाना में बिट्टू ने ‘ह्रदय-परिवर्तन’ के बाद ‘गड़े-मुर्दे’ उखाड़े
किया दावा, पीएम मोदी का काफिला रुकवाया था सीएम चन्नी ने
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जालंधर में कांग्रेसी विधायक चौधरी का बगावती-अंदाज में तंज
केक पर ‘साड्डा चन्नी जालंधर’ लिखाने से टिकट नहीं मिलता
नदीम अंसारी
लुधियाना/यूटर्न/3 अप्रैल। लोकसभा चुनाव के काउंट-डाउन के साथ ही सूबे के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी एक बार फिर चर्चाओं में आ गए हैं। जालंधर लोस सीट से उनकी कांग्रेस के उम्मीदवार बतौर दावेदारी के बाद तो अब वह विरोधियों ही नहीं, अपनों के भी निशाने पर आ गए हैं। अब एक तरफ, चुनावी-माहौल में लुधियाना से भाजपा उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू ने चिर-परिचित अंदाज में चन्नी पर बड़ा इलजाम लगाया है। दूसरी तरफ जालंधर लोस सीट से दावेदारी के बाद चन्नी कांग्रेसियों के भी निशाने पर आ गए हैं। भूतपूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी के बेटे व फिल्लौर से कांग्रेसी विधायक बिक्रमजीत सिंह चौधरी ने बगावती अंदाज में उन पर जोरदार सियासी हमला बोल दिया।
बिक्रमजीत ने क्यों सुनाई चन्नी को खरी-खोटी
दरअसल, जालंधर से कांग्रेस में टिकट के दावेदार चरणजीत चन्नी ने मंगलवार को जन्मदिन मनाया। आदमपुर से विधायक सुखविंदर सिंह कोटली ने उनसे केट कटवाया। केक पर ‘साडा चन्नी-जालंधर’ लिखा था। इस पर भूतपूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी के बेटे व फिल्लौर के विधायक बिक्रमजीत सिंह चौधरी भड़क गए। खरी-खोटी सुनाते कहा कि चन्नी दो सीटों से अपनी जमानत जब्त करा चुके हैं। तंज भी कसा कि चन्नी साहब को जन्मदिन की बधाई, मगर केक पर जालंधर लिखवा लेने से पार्टी टिकट नहीं दे रही, यहां लीडरों की कमी नहीं। बिक्रमजीत बोले कि मेरे पिता चौधरी संतोख सिंह शहीद हुए हैं। चन्नी साहिब पहले दो हल्कों से तो अपनी जमानत नहीं बचा पाए, अब जालंधर में ट्रायल देना चाह रहे हैं क्या ? मैं चमकौर साहिब की जनता से अपील करूंगा कि वहां पर चन्नी का केट कटवाएं। कई बार दूर से आया केट रास्ते में खट्टा हो जाता है।
चन्नी साहब कभी कहते हैं कि मैं बकरी का दूध निकाल लेता हूं, पंचर भी बना लेता हूं और कभी कहते हैं कि मैं पतंग उड़ा लेता हूं। जालंधर वाले इन बातों से प्रभावित नहीं होते। कांग्रेस ने उनको मंत्री, फिर मुख्यमंत्री बनाया, मगर फिर वह चमकौर साहिब से जमानत नहीं बचा पाए।
इस सियासी-खुन्नस की असल वजह यह है कि बीते दिनों कांग्रेस के पंजाब प्रभारी देवेंद्र यादव व प्रदेश प्रधान राजा वड़िंग जालंधर गए थे। इस दौरान उन्होंने टिकट के दावेदारों की नब्ज टटोली थी। स्व.संतोख चौधरी की पत्नी कर्मजीत कौर चौधरी सबसे मजबूत दावेदार बताई गईं। हालांकि इसी बीच दूसरे दावेदार चन्नी के समर्थकों ने उनके नाम पर हाईकमान द्वारा मोहर लगाने की अफवाहें उड़ाईं तो चौधरी परिवार खफा हो गया। अब उम्मीदवार घोषित होने से पहले ही केक-एपिसोड से चौधरी परिवार पूरी तरह भड़क गया।
बिट्टू के निशाने पर चन्नी ही क्यों ?
लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने के बाद एकाएक पूर्व सीएम चरणजीत चन्नी पर जोरदार हमला कर डाला। बकौल बिट्टू, चन्नी के मुख्यमंत्री रहते पीएम नरेंद्र मोदी फिरोजपुर जा रहे थे। तब उनका काफिला रोकने को चन्नी ने शरारत कर 15-20 लोग भेजे थे। मौसम खराब होने के चलते मोदी हेलिकॉप्टर छोड़ सड़क के रास्ते फिरोजपुर पहुंच पंजाब में नए प्रोजेक्ट्स का ऐलान करने जा रहे थे। उस दिन पंजाब को बॉर्डर प्रदेश होने के कारण सब्सिडी देने का भी ऐलान करना था। गोबिंदगढ़ को स्टील हब ऑफ इंडिया बनाना था। चन्नी ने पंजाब का सबसे बड़ा नुकसान कर दिया। अब जानकार कयास लगा रहे हैं कि बिट्टू ने कांग्रेस नेतृत्व की बजाए चन्नी पर हमला क्यों किया। उनकी मानें तो चन्नी ने सीएम रहते बिट्टू को खास तरजीह नहीं दी थी। साथ ही कभी खुद सीएम बनने के सपने संजो रहे बिट्टू, चन्नी के मुख्यमंत्री बनाने का फैसला पचा नहीं पाए थे। वैसे भी अपनी आदत के मुताबिक अटपटी बयानबाजी के जरिए चर्चा में रहने के लिए बिट्टू पहले भी अकसर ऐसा करते रहे हैं।
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