जनहितैषी — 19 फरवरी, लखनउ। सीएम योगी ने आज बजट सत्र के दौरान सदन में बोलते हुए समाजवादी पार्टी की खूब खिचाई की। उन्होंने मनोज पाण्डेय की तरीफ की और नेता विपक्ष माता प्रसाद पाण्डेय को खूब खरी खोटी सुनाई। सीएम योगी ने एक कविता के जरिये विपक्ष द्वारा कुंभ पर खड़े किये जा रहे सवालों का जवाब दिया। उन्हानें कहा कि लगा के आग गुलशन में बहारों की बात करते हो।
माता प्रसाद पांडेय को दिया जवाब
माता प्रसाद पांडेय के सवाल के विषय में सीएम योगी ने कहा कि ये समाजवादी संस्कार हैं कि हर अच्छे कार्य का विरोध करना है। उन्होंने कहा कि हिंदी इस सदन की भाषा है। योगी ने कहा कि हिंदी को तो हटाया नहीं गया। भोजपुरी, अवधी हो या बृज हो इनकी दूसरी कोई लिपि नहीं है। देवनागरी ही इनकी लिपि है। समाजवादियों के बारे में मान्यता है कि जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद भी करते हैं।
अक्षय वट का नाम नहीं पता
सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ का विरोध ये पहले दिन से कर रहे थे। महाकुंभ की तैयारियों को लेकर एक दिन की चर्चा तय की गई थी। लेकिन आपने चर्चा नहीं होने दी। लेकिन पहले दिन से ये अफवाह और दुष्प्रचार आपके द्वारा निरंतर होता रहा। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महाकुंभ के बारे में कहना शुरू किया कि इतना पैसा और इतना विस्तार देने की आवश्यकता क्या है। आपकी पार्टी के नेता ने कहा कि संगम का किला, जहां वट वृक्ष है। सरस्वती नदी वहीं से निकलती है। आपको अक्षय वट का नाम भी नहीं पता, ये आपका जनरल नॉलेज है।