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न्यू हाई स्कूल में करोड़ों रुपए का घोटाले होने का मामला
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आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर ओल्ड स्टूडेंट्स पहुंचे थाने, समय देकर भी नहीं मिले एसएचओ, दबाव के लगाए आरोप
लुधियाना/यूटर्न/12 फरवरी। न्यू हाई स्कूल की मैनेजमेंट द्वारा करीब 2 हजार करोड़ का स्कैम करने के मामले में एफआईआर दर्ज होने के 34 दिन बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। मामले में कार्रवाई न होने के चलते न्यू हाई स्कूल एलुमनाई एसोसिएशन के सदस्य थाना डिवीजन नंबर पांच के एसएचओ से मिलने पहुंचे। जहां पर उनकी तरफ से मामले के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इस दौरान  एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश गर्ग ने आरोप लगाया कि एसएचओ से समय लेकर वह मिलने पहुंचे थे। लेकिन थाने आकर पता चला कि एसएचओ तो छुट्‌टी पर चले गए हैं। एसोसिएशन का आरोप है कि मामले में पुलिस द्वारा करीब 9 लोगों को आरोपी बनाया है। लेकिन इतने दिन बीतने के बावजूद एक भी आरोपी को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र भी आरोपियों का साथ देने में लगा हुआ है। जिसके चलते एक्शन नहीं लिया जा रहा।

दबाव में रोकी जा रही कार्रवाई
न्यू हाई स्कूल एलुमनाई एसोसिएशन के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस पर मामले को उलझाने के लिए दबाव डाला जा रहा है। इसी के चलते करीब डेढ़ महीने का समय बीतने पर भी पुलिस एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। सदस्यों ने आरोप लगाया कि उन्हें मालूम है कि आखिर किस व्यक्ति की और से मामले में दखल देकर दबाव बनाया जा रहा है।

किसी भी हाल में बचाएंगे स्कूल
एसोसिएशन के प्रधान राजेश गर्ग ने कहा कि सुनील मड़िया द्वारा शहर में कई जमीनों पर कब्जे किए हैं। लेकिन उन्हें किसी भी बिल्डिंग से कोई मतलब नहीं है। मगर वह अपने न्यू हाई स्कूल की बिल्डिंग को किसी भी तरीके से बचाकर रहेगें। उनकी और से हर संभव प्रयास करके अपने स्कूल को वापिस लिया जाएगा।

सांसद अरोड़ा का रहा सराहणीय रोल
इस मामले में सांसद संजीव अरोड़ा का सराहणीय रोल रहा है। क्योंकि सांसद अरोड़ा के प्रयासों के बाद ही न्यू हाई स्कूल घोटाले में एफआईआर दर्ज हो सकी है। पिछले 20 सालों में कई बार स्कूल घोटाले का मामला उठा। लेकिन किसी भी राजनेता और अधिकारी द्वारा एक्शन नहीं लिया गया। लेकिन अब सांसद अरोड़ा की कोशिशों के बाद मामले में नुकेल डाली जा सकी।

9 जनवरी को दर्ज हुई एफआईआर
जानकारी के अनुसार एफआईआर इप्रूवमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों द्वारा दर्ज करवाई गई थी। ट्रस्ट मुताबिक न्यू हाई स्कूल की उक्त मैनेजमेंट कमेटी को कई शर्तों पर जमीनें दी गई थी। लेकिन कमेटी द्वारा गैर कानूनी तरीके से अपने फायदे को देखते हुए स्कूल की जमीनें कई हिस्सों में बांटकर ट्रांसफर कर दिया। फिर उन्हें अलग अलग लोगों को किराए पर दे दिया। जिसके बाद करोड़ों रुपए किराया वसूलना शुरु कर दिया। ट्रस्ट का आरोप है कि मैनेजिंग कमेटी द्वारा ऐसे तो ठगी की ही है, इसी के साथ सेल डीड में मनमर्जी से छेड़छाड़ व कटिंग करके हेरफेर किया है। थाना डिवीजन नंबर पांच में 9 जनवरी को मैनेजिंग कमेटी में प्रमुख सुनील मड़िया, प्रेजिडेंट किचलू नगर के सनी मड़िया, वाइस प्रेजिडेंट मेजर शाम लाल रोड के नरिंदर शर्मा, जनरल सेक्रेटरी किचलू नगर के केवल कृष्ण, कैशियर पाटेल नगर के भरत कुमार सोनी, ज्वाइंट सेक्रेटरी किचलू नगर के गोपाल मड़िया, बलविंदर सिंह, ज्वाइंट कैशियर प्रताप सिंह वाला के राजेश खन्ना, एग्जीक्यूटिव मेंबर शिमलापुरी के इंद्रजीत सिंह पर मामला दर्ज किया गया।

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