अब यह चर्चा कि क्या राणा को मिलेगी मौत की सजा ?
नवीन गोगना
नई दिल्ली, 10 अप्रैल। राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए की टीम 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के मास्टर-माइंड तहव्वुर राणा को भारत ले आई है। अब उसे मुंबई पर हुए आतंकी हमले का हिसाब देना होगा।
जानकारी के मुताबिक अमेरिकी अदालतों में छह साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद राणा के प्रत्यर्पण के बाद एनआईए और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) की संयुक्त टीम उसे अमेरिका से लेकर आई। उसे एक विशेष विमान से दिल्ली के पालम तकनीकी क्षेत्र में लाया गया। सूत्रों के मुताबिक, राणा को पहले एनआईए मुख्यालय में शुरुआती पूछताछ के लिए ले जाना है। उसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां एजेंसी उसकी रिमांड मांगेगी। सूत्रों का यह भी कहना है कि उसे तिहाड़ जेल में रखा जा सकता है।
गौरतलब है कि मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड को भारत लाना देश के लिए किसी बड़ी सफलता से कम नहीं है। तहव्वुर राणा ने डेविड हेडली और अन्य लोगों के साथ मिलकर हमलों को अंजाम देने की साजिश रची थी। वह भारत भी आया था और ताज होटल में रुका था। यह वही होटल है, जिसे आतंकवादियों ने निशाना बनाया था। हमलों ने मुंबई और पूरे देश को हिलाकर रख दिया था, जिसमें दूसरे देशों के नागरिकों सहित 166 लोग मारे गए थे।
इसी बीच, 26/11 हमलों में जीवित बचे नटवर लाल रोटावन ने राणा के प्रत्यर्पण पर प्रतिक्रिया व्यक्त दी किभारत वास्तव में तब विजयी होगा, जब तहव्वुर राणा को मौत की सज़ा दी जाएगी। मैंने ही आतंकवादी अजमल कसाब की पहचान की थी। प्रधानमंत्री मोदी शेर हैं, हमने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों का सफाया किया। हम भारतीय हैं, हमें डर नहीं है।
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