एएसएफ में वायुसेना के अफसरों और जवानों से मिलकर उनका बढ़ाया हौंसला
जालंधर, 13 मई। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी अघोषित-जंग के बीच सीजफायर के बाद हालात काफी हद तक सामान्य हो चुके हैं। इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को आदमपुर एयरबेस पहुंचे। उन्होंने एयरबेस पर वायुसेना के जवानों से मुलाकात की।
यहां काबिलेजिक्र है कि अघोषित-जंग के दौरान पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने आदमपुर एयरबेस को निशाना बनाया है। पीएम मोदी ने आदमपुर एयरबेस पर सैन्य अधिकारियों और बहादुर सैनिकों से बातचीत की और उनके अनुभव सांझा किए। उन्होंने कहा कि साहस, दृढ़ संकल्प और निडरता के प्रतीक लोगों के साथ रहना एक बहुत ही खास अनुभव था। प्रधानमंत्री ने विशेष तौर पर यह दौरा किया।
इसके बाद पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया कि मंगलवार की सुबह मैं एएफएस आदमपुर गया। हमारे बहादुर वायु योद्धाओं और सैनिकों से मिला। साहस, दृढ़ संकल्प और निडरता के प्रतीक उन लोगों के साथ रहना एक बहुत ही विशेष अनुभव था। भारत हमारे सशस्त्र बलों के प्रति हमेशा आभारी रहेगा, जो हमारे देश के लिए हर काम करते हैं।
रक्षा मंत्री ने हाई-लेवल मीटिंग की : नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से ताजा हालात पर चर्चा के लिए हाई-लेवल मीटिंग की। जिसमें सीडीएस जनरल अनिल चौहान, नेवी चीफ दिनेश त्रिवेदी, आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी और रक्षा सचिव राजेश सिंह की खास मौजूदगी रही।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर पहुंचे : केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में इंटरनेशनल बॉर्डर का दौरा किया। हीरानगर सैक्टर पहुंचकर उन्होंने डिप्टी कमिश्नर राकेश मिन्हास समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग की और हालात का जायजा लिया। बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने बॉर्डर पर रहने वाले लोगों से बातचीत भी की।
कुपवाड़ा का दौरा किया मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तंगधार क्षेत्र का दौरा किया। यह इलाका हाल ही में पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित हुआ था। स्थानीय निवासियों से बातचीत करके मुख्यमंत्री ने उन्हें हर संभव सहायता देने का वादा किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे राहत और पुनर्वास कार्यों को तेजी से पूरा करें और जरूरतमंद लोगों को तुरंत मदद दें। अब्दुल्ला ने कहा सीमा पर रहने वाले नागरिक लगातार खतरे के साए में जी रहे हैं। सरकार उनकी सुरक्षा और सहायता के लिए हर आवश्यक उपाय कर रही है।