भ्रष्टाचार में फंसे सीनियर कांग्रेसी नेता कैप्टन अजय यादव का तहसीलदार-भतीजा बडे घोटाले के आरोप में फंसा
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फतेहाबाद तहसीलदार रहे रणविजय पर फसल मुआवजा हड़पने का आरोप, दो अफसर समेत 27 पर केस दर्ज
हरियाणा, जून। दूसरी बार हरियाणा में बीजेपी सरकार बनवाने वाले सीएम नायब सिंह सैनी लगातार करप्शन के खिलाफ एक्टिव हैं। अब उनकी सरकार में सूबे के पूर्व मंत्री व सीनियर कांग्रेसी नेता कैप्टन अजय सिंह यादव के भतीजे को भ्रष्टाचार के आरोप में घेर लिया है।
जानकारी के मुताबिक कैप्टन यादव के भतीजे रणविजय सिंह सुल्तानिया फतेहाबाद में तहसीलदार रहे हैं। उन पर तहसीलदार रहते हुए नायब तहसीलदार, पटवारी, कानूनगो के साथ मिलकर मुआवजे की राशि हड़पने के आरोप सीएम फ्लाइंग ने लगाए थे। तत्कालीन तहसीलदार रणविजय सुल्तानिया, नायब तहसीलदार राजेश गर्ग समेत 27 लोगों पर सीएम फ्लाइंग के एसआई राजेश कुमार की शिकायत पर फतेहाबाद सिटी थाने में केस दर्ज किया गया।
यह था करप्शन का मामला :
डीसी कार्यालय फतेहाबाद में सितंबर 2021 में बिना फसल बीमा वाले किसानों को 5 एकड़ तक 9500 रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाना था। आरोपी तहसीलदार रणविजय, नायब तहसीलदार राजेश गर्ग, पटवारी राजेंद्र प्रसाद, कानूनगो पिरथी सिंह काकड़, मंगतराम, राजाराम, सतपाल, बनवारी लाल ने ढाणी मियां खां के कमलजीत व राहुल, गांव बड़ोपल के सुरजीत व सुंदर उर्फ बिल्ला से मिलीभगत कर मुआवजा वितरण सूची में किसानों के फर्जी नाम लिखकर अपने निजी व्यक्तियों के बैंक खाते देकर बैंक में मुआवजा ट्रांसफर के लिए सूची दे दी। पुलिस ने इन अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ-साथ महाबीर, संतरो देवी, चंद्रमोहन, रामनिवास, शेर सिंह, मतेरी, सुमन, जगरूप, सुंदर उर्फ बिल्ला, सुरजीत, कमल, राजपाल, सुमन, राहुल, दीपेंद्र, वकील, कुसुम, महेंद्र सिंह व सुशील के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया।
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