भीड़ ने आरोपी को पीटकर अधमरा किया, जिंदा जलाने की कोशिश
जालंधर 23 नवंबर। जालंधर में सहेली के पिता ने ही 13 साल की लड़की से रेप की कोशिश के बाद उसकी हत्या कर दी। लड़की ने आरोपी से बचने के लिए हाथ-पैर मारे तो उसने तार से गला घोटकर उसे मार डाला। इसके बाद उसकी लाश को बाथरूम में छुपा दिया। लड़की सहेली से मिलने गई थी। जब वह देर रात तक घर नहीं लौटी तो परिवार ने ढूंढना शुरू किया। कोई पता न चलने पर सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। जिसमें वह पड़ोसी के घर जाते हुए दिखी। पुलिस ने पहले आधा घंटा घर की जांच करके कहा कि अंदर कोई नहीं है। लेकिन जब लोग अंदर घुसे तो बाथरूम से लाश बरामद कर ली। इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा। भीड़ ने आरोपी की जमकर पिटाई की। उसे जिंदा जलाने की कोशिश की। उसके घर पर पथराव भी किया। लोगों ने रात 1 बजे तक प्रदर्शन किया।
पुलिस ने किया केस दर्ज
पुलिस ने आरोपी रिंपी सिंह उर्फ हैप्पी के खिलाफ कत्ल और पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने जिस वक्त ये वारदात की, उसकी पत्नी और बेटी अपने मायके लुधियाना गई थी। इस मामले में एसीपी गगनदीप सिंह घुम्मन ने कहा कि घर की चेकिंग कर कुछ न होने की बात कहने वाले एएसआई मंगतराम को सस्पेंड कर दिया गया है।
पुलिस लापरवाही न करती तो शायद लड़की जिंदा होती
जालंधर में पुलिस लापरवाही न बरतती तो शायद रेप की कोशिश के बाद कत्ल की गई 13 साल की लड़की जिंदा होती। पुलिस आरोपी पड़ोसी के घर में गई लेकिन सही ढंग से जांच नहीं की। मगर, 2 घंटे बाद जब लोग घर में घुसे तो बाथरूम में लड़की की लाश मिल गई। परिवार का आरोप है कि एएसआई मंगतराम 20 मिनट तक घर के अंदर रहा। फिर बाहर आकर बोला कि मैंने पूरा घर देख लिया, आपकी बेटी यहां नहीं है। फिर वह आगे की जांच करने के बजाय वहां से चला गया। यह देख आरोपी ने भी गेट बंद कर दिया। परिवार ने शक जताया कि कहीं ऐसा न हो कि बेटी तब तक जिंदा रही हो और पुलिस तक मामला पहुंचने के बाद उसने बेटी की हत्या कर दी गई हो।
दूल्हन बनाकर की बेटी की विदाई
परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि उसने घर में कार मंगाई थी, जिसमें बेटी की लाश ठिकाने लगाने की तैयारी थी। आरोपी के पास तो कोई गाड़ी नहीं है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि एएसआई को सस्पेंड किया जा चुका है। बाकी आरोपों की भी जांच करेंगे। उधर, लड़की के संस्कार की तैयारी है। श्मशानघाट जाने से पहले मां ने बेटी को चूड़ा पहनाकर और महेंदी रचाई। पोस्टमार्टम के बाद जब शव को घर पर लाया गया तो मां ने कहा कि मैंने अपनी बेटी के बहुत से सपने संजोकर रखे थे। उन्हें पूरा किए बिना इसे नहीं भेजूंगी।
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