अमेरिका में व्हाइट हाउस के करीब बुधवार को बड़ी घटना हुई, जहां दो नेशनल गार्ड्स को गोली मार दी गई। पुलिस ने इस मामले में एक अफगान शरणार्थी रहमानुल्लाह लाकनवाल (29) को हिरासत में लिया है। वह 2021 में अफगानिस्तान से आया था और 2025 में उसे शरणार्थी का स्टेटस मिला था।
ट्रम्प बोले– अफगान शरणार्थियों की एंट्री बंद
इस हमले के बाद राष्ट्रपति ट्रम्प ने इसे आतंकवादी वारदात बताया और कहा कि अब अफगान शरणार्थियों की एंट्री रोक दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो लोग इस घटना के जिम्मेदार हैं, उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
फर्रागट पश्चिम मेट्रो स्टेशन के पास आरोपी काफी देर घूमता रहा और करीब दोपहर 2:15 बजे फायरिंग शुरू कर दी। उसने पहले एक महिला गार्ड को सीने और सिर में गोली मारी, फिर दूसरे गार्ड पर फायर किया। पास मौजूद तीसरे गार्ड ने जवाबी कार्रवाई की और आरोपी को काबू कर लिया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक लाकनवाल अफगान आर्मी में 10 साल काम कर चुका है और कभी अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज के साथ भी ऑपरेशन कर चुका था। अमेरिका आने के बाद वह अमेज़न में जॉब कर रहा था।
अमेरिका ने अफगान इमिग्रेशन रोका
हमले के बाद USCIS ने अफगान नागरिकों की इमिग्रेशन प्रोसेस अनिश्चितकाल के लिए रोक दी है। एजेंसी का कहना है कि सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है। एफबीआई इसे आतंकी हमले के रूप में जांच रही है। ट्रम्प ने इसे मानवता के खिलाफ अपराध बताया और डीसी में 500 अतिरिक्त नेशनल गार्ड तैनात करने का आदेश दिया।
