विजिलेंस  द्वारा पूछताछ के दौरान विधायक रमन अरोड़ा का पेट हुआ खराब लोगों ने कहा हराम के पैसे हजम नहीं होंगे 

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बन गया था आम आदमी पार्टी का मिनी चीफ मिनिस्टर

 

जालंधर 26 मई : पंजाब में भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए विधायक रमन अरोड़ा की विजिलेंस हिरासत में अचानक तबीयत बिगड़ गई है। इलाज के लिए सिविल अस्पताल जालंधर से एक टीम जालंधर के विजिलेंस ऑफिस भेजी गई थी। वहां पर जब इलाज से फर्क नहीं लगा तो उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच रात के वक्त सिविल अस्पताल में लाया गया। सूत्रों के अनुसार विधायक के पेट में दर्द की शिकायत डॉक्टर ने कहा विधायक का पेट खराब हो गया तो लोगों ने कहा हराम के पैसे अब हजम नहीं होंगे। गौर तलब है कि विधायक रमन अरोड़ा का जिस कदर रूप बड़ा इस कदर उसने भ्रष्टाचार की भी शतरंज बिछा दी और हर थाने में उसकी दखलअंदाजी होने लगी थानों के अलावा पुलिस विभाग तहसील तथा हर विभाग में उसके मनमर्जी के किस्से सामने आने लगे

 

विधायक रमन अरोड़ा से पूछताछ केस की परतें खुलती जा रहीं हैं। नगर निगम के बिल्डिंग ब्रांच के एटीपी सुखदेव वशिष्ठ द्वारा घरों पर लगाए जा रहे फर्जी नोटिसों की कापी विधायक के घर से बरामद हुई है। विजिलेंस मान रही है कि उक्त नोटिस रमन अरोड़ा की शह पर ही चिपकाए जा रहे थे। गिरफ्तारी के बाद जब एटीपी और विधायक रमन अरोड़ा आमने-सामने हुए तो दोनों में बहस हो गई लिहाजा पुलिस ने दोनों को अलग किया

 

 

खुलासा हुआ है कि घरों पर बिना नगर निगम के डायरी नंबर के ये नोटिस लगाए जा रहे थे। नोटिस की कापी सामने आने के बाद अब मामले ने और तूल पकड़ लिया है, क्योंकि जिन जिन लोगों के घरों दुकानों पर ये नोटिस लगाए गए हैं, अब वह भी शिकायतें करने आगे आ सकते हैं।

 

 

विधायक की सुरक्षा वापस ली गई थी

 

 

रमन अरोड़ा द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार के मायाजाल की खबर सरकार तक पहुंच चुकी थी लोगों का कहना है कि भ्रष्अरोड़ा पर एक्शन की तैयारी पहले ही शुरू हो चुकी विधायक द्वारा भ्रष्टाचार काफी समय से किया जा रहा था जब सरकार की साख बिकने लगी तो विधायक के विरुद्ध कार्रवाई शुरू की गई । कुछ दिन पहले ही अरोड़ा की सिक्योरिटी वापस ले ली गई थी।

 

 

हरियाणा के ऊर्जा और परिवहन मंत्री अनिल विज ने कहा आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार के किस्से पंजाब से दिल्ली तक मशहूर पंजाब में भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए विधायक रमन अरोड़ा के मामले में हरियाणा के बीजेपी मंत्री अनिल विज ने आप पर निशाना साधा है। अनिल विज ने कहा कि आम आदमी पार्टी वो पार्टी है, जिसके बड़े बड़े नेताओं पर दिल्ली में घोटाला करने के आरोप लगे हैं। उनका एक विधायक गिरफ्तार हो जाना कोई बड़ी बात नहीं है। बता दें कि शुक्रवार को जालंधर सेंट्रल से विधायक रमन अरोड़ा को पंजाब विजिलेंस द्वारा भ्रष्टाचार केस में गिरफ्तार किया गया था।

 

 

मंत्री विज बोले- विधायक की गिरफ्तारी कोई चौंकाने वाली बात नहीं

 

 

 

6 घंटों तक घर में चली थी सर्च

 

 

शुक्रवार को करीब 6 घंटों तक विजिलेंस की टीम रमन अरोड़ा के घर के अंदर सर्च करती रही। सर्च के दौरान रमन अरोड़ा के समधी राजू मदान और उनके पीए रोहित के घर पर भी रेड की गई है। राजू मदान तो घर पर नहीं मिले, मगर रोहित को विजिलेंस ने अपने हिरासत में ले लिया था।

 

उल्लेखनीय है कि विधायक का केस कुछ दिन पहले गिरफ्तार किए ATP से जुड़ा हुआ है। सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक विधायक पर आरोप है कि जालंधर नगर निगम के जरिए उन्होंने लोगों को नोटिस भिजवाए। फिर रुपए लेकर नोटिसों को रफा-दफा करा दिया। इस मामले में FIR भी दर्ज की जा चुकी है।

 

 

पुलिस से फर्जी CBI अधिकारी को भी छुड़ाने का आरोप

 

 

सूत्रों के अनुसार जालंधर में पुलिस ने आज से करीब दस माह पहले एक फर्जी सीबीआई अधिकारी को गिरफ्तार किया था। फर्जी CBI अधिकारी बनकर घूम रहे युवक को से CBI का फर्जी आई-कार्ड भी बरामद हुआ है। पुलिस की पूछताछ में पता चला था कि उक्त व्यक्ति फर्जी और सीबीआई का आईकार्ड भी फर्जी था।

 

 

बस्ती गुजां से जे.पी. नगर जाती रोड पर स्थित इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की जमीन की भी विजीलैंस ने पैमाइश की

 

 

विजीलैंस द्वारा बस्ती गुजां से जे. पी नगर रोड पर स्थित इंप्रूवमेंट की जमीन पर जाकर पैमाइश की है। इस सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर जांच की जा रही है, ताकि पता चल सके कि इस संबंधी विधायक अरोड़ा ने कोई  रजिस्ट्री तो नहीं करवाई है। विभाग ने इंप्रूवमैंट ट्रस्ट को भी नोटिस भेजकर सारा रिकॉर्ड कब्जा में लेने की तैयारी में है।

 

 

 

‘आप’ विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किए जाने के बाद, उनके आसपास के नेताओं ने उनसे दूरी बना ली है। सभी को यह डर सताने लगा है कि कहीं विजिलेंस उनके खिलाफ भी कार्रवाई न कर दे।

 

 

 

रजिस्ट्री क्लर्क तथा डाटा ऑपरेटर को भी किया जाएगा जांच में शामिल

 

शहर का एक नामी रजिस्ट्री क्लर्क जोकि पिछले 9 सालों से एक ही सीट पर विराजमान है के अलावा एक डाटा एंट्री कंप्यूटर ऑपरेटर को भी जांच के दायरे में लाया जाएगा उसके विधायक के साथ काफी अच्छे संबंधों के बारे भी विजीलैंस को पता चला है। मंत्रियों एवं विधायकों के साथ अच्छे संबंध होने के चलते उक्त रजिस्ट्री क्लर्क अकाली-भाजपा, कांग्रेस और आप सरकार में भी यही तैनात है। उक्त क्लर्क पर पहले एक विजीलैंस ने केस दर्ज किया हुआ है, लेकिन सैटिंग के बल पर उक्त केस भी रफा-दफा करवा लिया गया था। विजीलैंस को पता चला है कि उक्त तहसीलदार और रजिस्ट्री क्लर्क व अन्य अधिकारियों की मिलीभगत से कई रजिस्ट्रियां हुई हैं।

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