ट्रैफिक व्यवस्ठा सुधारने को किया प्रयास, उसे भी राजनीतिक रुप देने की कोशिश
लुधियाना 28 मई। लुधियाना में हलका वेस्ट के उपचुनाव के बीच नेताओं द्वारा शिक्षा मंदिरों को भी राजनीति का मोहरा बनाने का प्रयास करने की चर्चाएं छिड़ गई है। ताजा मामला जगराओं पुल नजदीक दुर्गा माता मंदिर व सरकारी कॉलेज गर्ल्स का सामने आया है। दरअसल, कॉलेज के खाली पड़े ग्राउंड का कुछ हिस्सा एक दिन के लिए मंदिर की पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जाना था। लेकिन पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा इसका विरोध शुरु कर दिया गया। जहां यूनियन के सदस्यों व कॉलेज के स्टूडेंट्स द्वारा मंगलवार को डीसी को मांगपत्र दिया गया, वहीं उनकी और से पार्किंग के लिए लगाए लोहे के पोल भी उखाड़ दिए। वहीं लड़कियों का कॉलेज होने के बावजूद वहां यूनियन के पुरुष लोगों द्वारा कॉलेज में घुसकर पोल उतारे गए। चर्चा है कि शायद कही न कही चुनाव को लेकर विपक्ष द्वारा इसे मुद्दा बनाने का प्रयास किया गया है। क्योंकि सरकारी कॉलेज के इस ग्राउंड में कई महीनों मेले लगते हैं। लेकिन तब किसी भी व्यक्ति द्वारा इसे रोका नहीं जाता। मगर आज जब धार्मिक कार्य के दौरान विरोध शुरु हो गया। हालांकि शहर में भारी ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। जिसे कंट्रोल करने के मकसद से अभी ट्रायल के तौर पर ग्राउंड का कुछ हिस्सा पार्किंग के लिए इस्तेमाल किया जाना था। मगर विपक्ष द्वारा अब शिक्षा मंदिरों को भी राजनीति में शामिल करके इस ट्रायल को राजनीतिक रुप देने का प्रयास किया गया है।
महीनों मेले लगने के समय नहीं आती दिक्कत
वहीं शहर में चर्चा छिड़ गई है कि जब कमाई करनी है तो ग्राउंड किसी को भी देना सही है, लेकिन जब कमाई नहीं होनी तो गलत है। दरअसल, सरकारी कॉलेज के इसी खाली पड़े ग्राउंड का बड़ा हिस्सा मेलों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। दुशहरे का मेला डेढ़ से दो महीने तक चलता है। इसके अलावा भी कई बड़े मेले व एग्जीबिशन आयोजित होती हैं। हाल ही में रूह फेस्टिवल मेला कई दिन चला। लेकिन लोगों में चर्चा है कि मेलों के समय न तो स्टूडेंट्स की स्टडी खराब हुई, न उनकी जमीन पर कब्जा हुआ और न ही इन मेलों से उन्हें ऐतराज था। मगर जब धार्मिक कार्य के लिए जमीन इस्तेमाल होने लगी तो पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन को ऐतराज होने लगा। जिसे देख लगता है कि शायद विपक्ष द्वारा सरकार को बदनाम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
हफ्ते में एक दिन पार्किंग के लिए मांगी गई थी जगह
वहीं मंदिर कमेटी की और से मांग की गई थी कि मंगलवार के दिन मंदिर में काफी ज्यादा श्रद्धालु माथा टेकने पहुंचते हैं। जिस कारण सड़क पर जाम लगता है। जिसे देखते हुए उन्होंने सांसद संजीव अरोड़ा से एक दिन के लिए ग्राउंड की जमीन का कुछ हिस्सा पार्किंग के लिए इस्तेमाल करने को देने की अपील की थी। धार्मिक कार्य होने के चलते सांसद द्वारा भी इसे हफ्ते में एक दिन इस्तेमाल करने को कहा। लेकिन अब विपक्ष द्वारा इसे राजनीतिक रुप देने का प्रयास किया जा रहा है।
प्यार और मोहब्बत की तरह राजनीति में सब जायद
एक कहावत है कि प्यार और मोहब्बत में सब जायज है, उसी तरह के कुछ हालात लुधियाना में देखने को मिल रहे हैं। लेकिन यहां राजनीति में सब कुछ जायज माना जा रहा है। चर्चा है कि सांसद संजीव अरोड़ा की उपचुनाव में एक तरफा जीत देखते हुए विपक्ष द्वारा अब शिक्षा मंदिरों को राजनीति का मोहरा बनाकर इस्तेमाल किया जा रहा है।
शहर में बढ़ रहे ट्रैफिक को देख लिया फैसला
वहीं, सांसद संजीव अरोड़ा ने कहा कि मेरे पास मंदिर व शहरवासी आए दिन शहर की ट्रैफिक समस्या को लेकर आते हैं। मंदिर कमेटी के सदस्यों द्वारा कॉलेज की खाली पड़ी जगह का कुछ हिस्सा हफ्ते में एक दिन पार्किंग के लिए देने की मांग की थी। वहीं शहर में लगातार ट्रैफिक बढ़ रहा है। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए यह एक प्रयास किया गया था।