लुधियाना के कई बड़े प्रोजेक्ट-डवेलपर्स ईडी की रडार पर, प्री बुकिंग के नाम पर करोड़ों रुपए इकट्‌ठा करने की चर्चाएं

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बाजवा डवेलपर्स पर ईडी की कार्रवाई से पंजाब के रियल एस्टेट सेक्टर में स्थिति तनावपूर्ण

लुधियाना 23 मई। मोहाली की सनी एन्कलेव और बाजवा डवेलपर्स के मालिक जरनैल सिंह बाजवा पर ईडी द्वारा एक्शन लिया गया है। इस रेड ने पूरे पंजाब के रियल एस्टेट सेक्टर के लिए अलग ही तनावपूर्ण स्थिति खड़ी कर दी है। चर्चा है कि इस रेड के बाद ईडी को कई संकेत मिले हैं, जिसमें कई डवेलपर्स द्वारा बिना रेरा नंबर और परमिशनों के लोगों से प्री बुकिंग के नाम पर करोड़ों रुपए इकट्‌ठे कर लिए गए हैं। जिसमें लुधियाना के कई डवेलपर्स के नाम भी सामने आने की चर्चाएं छिड़ गई हैं। चर्चा है कि लुधियाना साउदर्न कैनाल रोड पर मौजूद चार बड़े प्रोजेक्ट्स में ऐसे ही प्री बुकिंग के जरिए धांधली होने की आशंका है। जिसके चलते उक्त चारों प्रोजेक्ट और उनके डवेलपर्स अब ईडी की रडार पर हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में ईडी द्वारा जांच शुरु कर दी गई है। जल्द लुधियाना के इन डवेलपर्स से पूछताछ की जा सकती है। जानकारी के अनुसार मोहाली में बाजवा डवेलपर्स पर हुई कार्रवाई के बाद ईडी को पता चला कि रियल एस्टेट सेक्टर में कैसे लोगों को धोखे में रखकर करोड़ों रुपए की ठगी की जा रही है। जिसके बाद ईडी हरकत में आई और अब मामले में तेजी से जांच शुरु कर दी गई है।

सभी को पता, लेकिन कोई बोलता नहीं

वहीं चर्चा है कि लुधियाना में कई डवेलपर्स द्वारा लोगों से प्री बुकिंग के नाम पर करोड़ों रुपए इकट्‌ठे किए जाते हैं। जबकि इसके बारे में रियल एस्टेट सेक्टर के बाकी कारोबारियों को भी जानकारी होती है। लेकिन आपसी मतभेद न हो, इस लिए कोई भी इस मामले में बोलता ही नहीं है।

जमकर किया जाता है पैसा इकट्‌ठा, नहीं दी जाती जमीन

नियमों के मुताबिक किसी भी प्रोजेक्ट की घोषणा से पहले रेरा नंबर और सभी विभागों से परमिशनें लेना जरुरी होता है। जिसके बाद ही प्रोजेक्ट की घोषणा की जा सकती है। लेकिन रियल एस्टेट सेक्टर में अब प्री बुकिंग का नया ही ट्रेंड शुरु हो गया है। जिसमें नामी कंपनियों द्वारा शहरों में नई कॉलोनी व प्रोजेक्ट लाने की घोषणा करते हुए बड़े-बड़े बोर्ड लगा दिए जाते हैं। जिसके बाद लोगों से प्री बुकिंग के नाम पर पैसे इकट्‌ठे करने शुरु कर दिए जाते हैं। जबकि न तो उनका प्रोजेक्ट रजिस्टर्ड होता है और न ही रेरा नंबर आया होता है। लेकिन उसके बावजूद लोगों से प्री बुकिंग के नाम पर 2-3 साल करोड़ों रुपए इकट्‌ठे कर लिए जाते हैं। जिसके बाद न तो लोगों को जमीनें मिलती है और न ही पैसा वापिस मिलता है। लुधियाना में कई ऐसे प्रोजेक्ट लांच हुए, जिन्होंने प्री बुकिंग के नाम पर जमकर लोगों से धोखा किया है।

गुड़गांव व नोएडा का ट्रेंड अब पंजाब में आया

पहले प्री बुकिंग के नाम पर ठगी करने का काम गुड़गांव और नोएडा में चलता था। प्री बुकिंग स्कीमों की शुरुआत वहीं से हुई थी। लेकिन अब धीरे धीरे यह पंजाब में भी ट्रेंड बन गया है। खासकर लुधियाना की बात करें तो साउथ सिटी कैनाल रोड पर तो जमकर प्री बुकिंग का खेल खेलने की चर्चाएं हैं।

लुधियाना, जालंधर व मोहाली में रेरा नियम का खौफ नहीं
दरअसल, सरकार द्वारा रेरा नियम इस लिए बनाया था, ताकि लोगों से ठगी न हो सके। लेकिन लुधियाना, जालंधर व मोहाली में रेरा नियम की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। चर्चा है कि डवेलपर्स द्वारा एक जमीन दिखाकर वहां पर कॉलोनी बनाने का झांसा दे करोड़ों रुपए इकट्‌ठे कर लिए जाते हैं। फिर उसी पैसे से दूसरी जगह जमीन लेकर वहां कॉलोनी बनाने का झांसा देकर दोबारा से पैसा इकट्‌ठा कर लिया जाता है। ऐसे ठगियां करने में न तो रेरा नियम का पालन हो रहा है और न ही डवेलपर्स को रेरा नंबर की जरुरत पड़ती है।

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