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ली अंतरास क्लब विवाद : सोशल मिडिया पर खुद को मालिक बताने वाला लापता अमनजोत निकला इवेंट ऑर्गनाइज़र , फिर भी कइयों की बढ़ सकती मुश्किलें

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लुधियाना 11 अक्टूबर। पिछले कई दिनों से लापता होने की चर्चाओं के बीच शुक्रवार को सोशल मिडिया पर खुद को साउथ सिटी रोड स्थित लीआन्त्रे क्लब का मालिक बताने वाला अमनजोत वास्तव में केवल कांट्रेक्टर इवेंट ऑर्गनाइज़र निकला, मैनेजमेंट ने जानकारी दी की अमनजोत का रेटुरेन्ट से कोई लेनदेन नहीं है वह केवल समय समय कॉन्ट्रैक्ट पर निजी इवेंट्स ऑर्गनाइस करता है और वास्तव में वह रविंद्रा शाल परिवार से है

गौरतलब है की पिछले कुछ दिनों से सोशल मिडिया पर चर्चा फैली हुई थी कि लीआन्त्रे क्लब के मालिक का मोबाइल नंबर बंद आ रहा है। परिवार की और से इसकी जानकारी पुलिस को दी गई है। हालाकि पुलिस की और से इस मामले की पुष्टि नहीं की जा रही। चर्चा रही कि क्लब मालिक पर कई करोड़ रुपए का कर्ज था, जिसके चलते उसने लुधियाना छोड़ दिया। उधर इस मामले संबंधी लापता अमनजोत ने अपने व्हाट्सएप स्टेट्स पर लिखा की उसने लोगों से ब्याज पर पैसे लिए है और वे लोग उससे 15 से 20 फीसदी मासिक ब्याज वसूलते रहे हैं। अमनजोत ने उसके पार्टनरों द्वारा ऐसे ठगी की जाने का आरोप लगया ! लेकिन अब उन्होंने भी अब उनका साथ छोड़ दिया है। अमनजोत ने उनके नामों का खुलासा करने की भी बात कही. उसने एक व्यक्ति का नाम पुकारा और कहा कि मैं उसे मोटी रकम देता रहा हूं। फिर भी वह आज उनके साथ गलत कर रहे हैं।

इनकम टैक्स विभाग को करनी चाहिए जांच
खुद को ली अंतरास क्लब का मालिक बताने वाले अमनजोत की और से अपनी पोस्ट में खुलासा किया कि वह लोगों को 15 से 20 प्रतिशत ब्याज देता रहा हूं। हालाकि देखा जाए तो इतना ब्याज किसी बैंक का भी नहीं होता, फिर यह चलते फिरते फाइनेंसर आखिर कैसे इतना ब्याज ले रहे हैं। इनकम टैक्स विभाग व जीएसटी विभाग को इनकी जांच करनी चाहिए कि आखिर उनकी और से सरकार को टैक्स अदा भी किया जा रहा है। जिस मुताबिक लोगों से ब्याज वसुल किया जाता है, क्या उतना टैक्स भी सरकार के पास पहुंच रहा है या नहीं।

साउथ सिटी की चक्का चौंध लोगों को कर रही खराब

शहर में चर्चा छिड़ गई की लीआन्त्रे के अमनजोत कर्जे में डूबने से के फरार हो गए है शहरवासियों को साउथ सिटी रोड की चक्का चौंध देखकर लोगों द्वारा अपना 8-10 करोड़ के एससीओ खरीद कर करोड़ों रुपए इन्वेस्ट किए जा रहे है। जिसकी रिकवरी सम्भव नहीं है जिसका अंत अमनजोत जैसे लोगों का होता है जो की ब्याज में दब कर ऐसे कदम उठा लेते है

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