मुद्दे की बात : सरकार से हटते ही मस्क और ट्रम्प में सीधा टकराव

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भारत समेत कई देश होंगे इनके टकराव से प्रभावित !

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और कभी उनके करीबी रहे टेस्ला चीफ इलॉन मस्क के बीच वीरवार रात जमकर तकरार हो गई। यह लड़ाई इतनी बढ़ गई कि मस्क ने ट्रम्प पर महाभियोग लगाने की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस को राष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मस्क ने ट्रम्प का नाम नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और तस्करी के दोषी जेफ्री एप्स्टीन के साथ भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि ट्रम्प का नाम एप्स्टीन की फाइलों में है। यही वजह है कि इन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया। वहीं, ट्रम्प ने मस्क की कंपनियों के सरकारी ठेके और सब्सिडी खत्म करने की धमकी देते कहा कि वह पूरी तरह से पागल हो चुके हैं। इस लड़ाई की शुरुआत उस समय हुई, जब मस्क ने ट्रम्प के उस घरेलू नीति और टैक्स बिल की आलोचना की, जिसे ट्रम्प ‘बिग ब्यूटीफुल बिल’ कहकर प्रचारित कर रहे थे। मस्क ने इस बिल को ‘बहुत बुरा’ बताया था। हद ये कि बात यहीं नहीं रुकी, मस्क ने ट्रम्प और उनके सहयोगियों की पुरानी टिप्पणियों को सोशल मीडिया पर शेयर करना शुरू कर दिया, जिनमें उन्होंने अमेरिकी सरकार के बढ़ते खर्च और घाटे पर चिंता जताई थी। इससे मामला और संगीन हो गया।

यहां गौरतलब है कि अब इस लड़ाई में अब और लोग भी शामिल हो गए हैं, जिनमें ट्रम्प के राजनीतिक साथी और टेक इंडस्ट्री के बड़े नाम भी हैं। ट्रम्प ने तो यहां तक कह दिया कि वे मस्क की कंपनियों के साथ अमेरिकी सरकार के सारे एग्रीमेंट खत्म करने पर विचार कर रहे हैं। ट्रम्प ने कहा कि मुझे हमेशा से इलॉन पसंद रहे हैं। आपने देखा होगा कि उन्होंने मेरे लिए क्या कहा, उन्होंने मेरे बारे में कुछ भी बुरा नहीं कहा है। ट्रम्प ने आगे कहा कि  इलॉन को इस बिल की पूरी जानकारी थी, शायद यहां बैठे किसी भी इंसान से ज्यादा। उन्हें इससे कोई समस्या नहीं थी। अब मैं इलॉन से बहुत निराश हूं, मैंने उनकी बहुत मदद की है। मस्क ने ट्रम्प के दावे को झूठा बताते हुए कहा, मुझे टैक्स और खर्च बिल बिल के बारे में कुछ नहीं पता था। ट्रम्प का दावा झूठा है। दरअसल, बाइडेन सरकार ने एक नीति बना रखी थी, जिसमें कार कंपनियों को ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने को कहा गया था। इसका मकसद पैट्रोल-डीजल पर चलने वाली गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण को कम करना था।

वैसे तो ट्रम्प और मस्क के टकराव का अमेरिका पर सीधा असर पड़ेगा। हालांकि भारत समेत जिन देशों में मस्क अपना कारोबारी नेटवर्क फैलाना चाहते थे, जाहिर तौर पर वे भी इस टकराव से प्रभावित होंगे। हालांकि माहिरों का यह भी मानना है कि अमेरिका की धमकी का मस्क पर कारोबारी नजरिए से कोई खास असर नहीं पड़ेगा।

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